कटीली झाड़ियों का जंगल बनता जा रहा है कुम्हारी का गोठान
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की महत्वकांक्षी योजना गोठान निर्माण एवं उसका संचालन जिसमे उनके स्लो गन नरवा गरवा घुरुवा औऱ बारी को चरितार्थ करने की कोशिश की जा रही है उसका बुरा हाल मरवाही जनपद के कुम्हारी ग्राम पंचायत में हो रहा है जो की हालांकि अभी नए पंच सरपंच चुने कुछ दिन ही हुए है।
अब आगे की स्थिति कैसी रहेगी ये तो कुछ दिनो बाद पता चलेगा अभी हाल में यंहा स्थिति यह है कि वर्तमान में यंहा कोई भी मवेशी नही है और गोठान का कार्य भी पूरी तरीके से स्टीमेट के अनुसार नही हुआ है यंहा के हालात ये है कि यदि आप गौठान के गेट से धोके से भी अंदर चल दिये तो आपको कटीली झाड़ियों के बड़े बड़े झाड़ मिल जाएंगे जानवर नही होने से पानी के जो नान्ध बने हुए है वो खाली है।
जानकारी मिली है कि बोर का पम्प सही पानी नही दे रहा है इसी प्रकार कम्पोस्ट खाद बनाने के लिये जो संरचना बनाई गई है उसे ऊपर से ढंका नही गया है मवेशियों के लिए जो बैठने के लिये जो आकृति बनाई गई है उसमें भी सही कार्य नही हुआ है।
कुम्हारी के गौठान बनाने में लगभग 20 लाख रु राशि खर्च हुई है पर कार्य गुणवत्तापूर्ण नही होने से साथ ही साथी देखरेख नही होने से इसका फायदा जनता को नहीं मिल रहा है
मुख्य बाते:
* कम्पोस्ट खाद जिस संरचना में बनानी है उसमें छाया नही होने से *केचुआ मरने की सम्भवना ज्यादा
*टैंक के किनारे नालियां नही
*बड़े बड़े चबूतरा में सही फीलिंग नही
*चारागाह में हरा चारा उत्पादन के लिये पम्प नही
*वर्तमान में एक भी मवेशी को रखने के लिये कोई प्रयास नही
*न ही सूखा चारा न ही हरा चारा की कोई उपलब्धता नजर आई
“”गौठान को स्वयं जाकर निरीक्षण करने के बाद ही इस पर कुछ बता पाऊंगा की वास्तविकता क्या है”
— सी ई ओ जनपद मरवाही
एम के यादव
वर्जन
” ग्राम पंचायत कुम्हरी का मुझे अभी तक प्रभार नही मिला है इसमें घोर अनियमितता है ही क्योंकि इसकी शिकाय हम लोगो ने निर्माण के समय भी की थी प्रभार हो जाये कितनी राशि खर्च हुई है कितनी बची है उसके आधार पर गौठान को सुसज्जित बनाएंगे और निश्चित रूप से माननीय मुख्यमंत्री जी की सोंच चरितार्थ होगी”
— सहस राम वाकरे
सरपंच ग्राम पंचायत कुम्हरी