प्रदेश में पुरुष नसबंदी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 21 नवंबर से 4 दिसंबर तक पुरुष नसबंदी पखवाड़ा आयोजित किया जाएगा| यह पखवाड़ा दो चरणों में आयोजित किया जाएगा। इस बार पुरुष नसबंदी पखवाड़े को “पुरुषों ने परिवार नियोजन अपनाया, सुखी परिवार का आधार बनाया’’ की थीम पर मनाया जाएगा । पखवाड़े के पहले चरण में लाभार्थियों को पुरुष नसबंदी की जानकारी दी जाएगी और उन्हे इसे अपनाने के लिए तैयार किया जाएगा जबकि दूसरे चरण में सेवाएँ उपलब्ध कराई जायेगें।
संचालक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण द्वारा पत्र जारी किया है जिसमें पुरुष नसबंदी पखवाड़े के सफल संचालन के लिए दिशानिर्देशों के साथ भारत सरकार के कोविड-19 के नवीनतम दिशा निर्देशों का पालन भी सुनिश्चित करने को कहा गया है। प्रेषित पत्र में समस्त जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को आईईसी वितरण और गतिविधियों के साथ रिपोर्टिंग प्रारूप में ही रिपोर्टिंग करने के निर्देश भी दिये है । डॉ.आर एस सत्यार्थी, उप संचालक, परिवार कल्याण, ने बताया बीते पाँच वर्षों में छत्तीसगढ़ पुरुष नसबंदी पखवाड़े के दौरान देश में प्रथम स्थान पर है। इस दौरान प्रदेश में 4,905 पुरुषों ने परिवार नियोजन के लिए नसबंदी कराई है। पुरुष नसबंदी पखवाड़ा के दौरान वर्ष 2017-18 में प्रदेश में 966 वर्ष 2018-19 में 727, साल 2019-20 में 1695, वर्ष 2020-21 में 168 और वर्ष 2021-22 में 1349 पुरुषों ने नसबंदी करवाई। दो चरण में होगा आयोजित पुरुष नसबंदी पखवाड़े को दो चरण में बांटा गया है । पहला चरण मोबिलाइजेशन और दूसरा सेवा वितरण चरण के रूप में मनाया जाएगा। पहला चरण 21 नवंबर से 27 नवंबर तक मनाया जाएगा । वहीं दूसरा चरण 28 नवंबर से 4 दिसंबर तक मनाया जाएगा। मोबिलाइजेशन चरण पुरुष स्वास्थ्य कार्यकर्ता ‘’मोर मितान मोर संगवारी’’ का आयोजन करेंगे जिसमें वह अपने क्षेत्र के समस्त लक्षित दंपतियों के पुरुषों से संपर्क कर व्यक्तिगत चर्चा में नसबंदी के फायदे बताएंगे और साथ ही समुदाय में फैले हुए पुरुष नसबंदी से संबंधित मिथकों और भ्रांतियों को दूर करने के लिए परामर्श करेंगे। इस दौरान मुख्यतः वैसेक्टोमी यानी पुरुष नसबंदी पर विशेष ध्यान केंद्रित किया जाएगा । सेवा वितरण चरण इस चरण में सेवाएँ प्रदान की जाएगी। स्वास्थ्य केंद्र पर आयोजित होने वाली गतिविधियां हर स्वास्थ्य केंद्र पर पुरुष नसबंदी सेवा और इसके फायदे को प्रदर्शित किया जाएगा । नसबंदी के तीन माह उपरांत (जांच में शुक्राणु संख्या शून्य पाए जाने पर) ही प्रमाण पत्र हितग्राही को प्रदान किया जाएगा । प्रचार प्रसार के लिए डिजिटल माध्यम के प्रयोग को बल दिया जाएगा । कोविड-19 के कारण कंटोनमेंट एवं बफर जोन में मोबाइल वेन की व्यवस्था कर प्रचार प्रसार किया जाएगा। प्रचार प्रसार के दौरान कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम के लिए पूरी सावधानी रखी जाएगी कहीं भी अधिक भीड़ एकत्रित न हो इसका भी ध्यान रखा जाएगा।