पूर्व सीएम अजीत जोगी ने धान खरीदी व्यवस्था पर उठाये गंभीर सवाल, बोले- धान बेचने का मोहलत देकर किसानो को सरकार बड़ा हृदय का दे परिचय

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बिलासपुर. छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने आज शुक्रवार को बिलासपुर में ख़ास बातचीत में राज्य सरकार की धान खरीदी व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़े करते हुए कहा कि प्रदेश का किसान धान बेचने के लिए बहुत परेशान हो रहा है, धान खरीदी केन्द्रों में धान बेचने आँखों से आंसू बहाना पड़ रहा है. कभी एक टोकन तो कभी दूसरे टोकन का चक्कर काट रहा है. इतना ही नहीं पहले तो सरकार ने किसानों से धान खरीदी की तारीख को 15 नवम्बर से बढ़ाकर 1 दिसंबर से शुरुआत की फिर इसके बाद किसानों के जमीन का रकबा कम करके समय को खराब किया. ऐसी स्थिति में किसान आज तक अपना धान नहीं बेच पाया है, और मौसम खराब होने से उसका धान नमी खाकर खराब होने लगा है. किसान के घरों में धान रखने का भी जगह नहीं है. ऐसे में मैं सरकार से मांग करता हूँ कि “जो वादा किया है, वो निभाना पडेगा” किसानों के हितैषी ना सिर्फ बनने का दिखावा कीजिये बल्कि हकीकत में किसानों के हित में कुछ अहम फैसला लेकर राहत दीजिए जो तारीख धान खरीदी की है उससे आगे बढाए. ताकि आपके घोषणा के अनुरूप किसान अपना एक एक दाना धान सरकार को बेच सकें. उन्हें धान बेचने के लिए सरकार मोहलत देकर बड़ा हृदय का परिचय दें. अगर तारीख नहीं बढेगा तो किसान उग्र होगा और आन्दोलन करेगा! हालाकि इन सब का निष्कर्ष है कि सरकार धान किसानों से नहीं खरीदना चाहती है|

र्व सीएम अजीत जोगी ने नवगठित जिले के नाम को लेकर टिप्पणी की, कहा एक बड़ा अटपटा सा नाम हो गया, गौरेला, पेंड्रा और मरवाही. शायद ये भारत वर्ष में पहला जिला होगा, जिसका इतना लंबा नाम रखा गया है. मैंने तो मांग की थी कि यह जिला मां नर्मदा के उपासक है, इसलिए जिले का नाम नर्मदांचल कर दिया जाए या फिर सोननदी भी है, तो जिले का नाम सोनांचल कर दिया जाए. भले ही मुख्यमंत्री इस जिले का नामकरण नहीं कर पा रहें हो, लेकिन मुझे पूरा विश्वास है कि देर सबेर इस जिले का नाम जरुर बदलेगा. इस तरह प्रदेश की दिल्ली में एक वर्ष की समीक्षा राहुल गांधी के करने पर चुटकी लेते हुए कहा कि, उक्त समीक्षा बैठक के बंद कमरे में क्या क्या हुआ. इसकी जानकारी ना तो मुझे है और ना ही किसी दुसरे को है. बल्कि प्रेस मीडिया यह बताया गया कि पिछले एक साल की समीक्षा को लेकर पीठ-थपथपाया गया. यह तो बंद कमरे की बात है. अगर मुझसे एक साल का रिपोर्ट पूछेंगे तो सरकार पुरे तरीके से फेल रही और वादाखिलाफी सरकार बनकर उभरी है. एक भी वादा सरकार ने पूरा नहीं किया. प्रदेश में शराब की नदियाँ बह रही है, यह देश में सबसे अधिक शराब बेचने की सूचि में आ गया है, जिसमे प्रत्येक व्यक्ति अपनी औसत से अधिक शराब का सेवन कर रहा है. लिहाजा सरकार प्रदेश में शराब की रिकार्ड बिक्री कर रही है|