रायपुर। आदिवासी क्षेत्रों के मसलों को लेकर बेहद गंभीर और संवेदनशील राज्यपाल अनुसुईया उइके ने आदिवासी विधायकों से कहा कि वे अपने क्षेत्रों में पेसा कानून का क्रियान्वयन सुनिश्चित करें। सारकेगुड़ा मामले कार्रवाई की मांग को लेकर पहुंचे सत्ताधारी दल के विधायकों से राज्यपाल ने कहा कि इस मामले में जो आवश्यक कार्यवाही वह तो किया जाएगा, लेकिन आप सबकी जिम्मेदारी है कि आप अपने क्षेत्र में पेसा कानून के प्रावधानों को कड़ाई से लागू करवाएं. पांचवीं अनुसूची का क्रियान्वयन सुनिश्चित करवाएं। साथ यह भी विशेष रूप से देखें कि पेसा कानून का लाभ इलाके के लोगों को मिल रहा है या नहीं। राज्यपाल ने आदिवासी विधायकों से यह भी कहा कि वे जल्द ही पांचवीं अनुसूची के अन्तर्गत आने वाले क्षेत्रों का दौरा करेंगी और आमजनों की समस्याओं से अवगत होंगी। आपको बता दें कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और विधायक मोहन मरकाम के नेतृत्व में आज कांग्रेस विधायक दल का एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मिलने गया था। प्रतनिधिमंडल ने राज्यपाल को सारकेगुड़ा मामले में ज्ञापन सौंपकर पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने की मांग की है, इसमें भावित परिवार को 20 लाख रूपए मुआवजा, परिवार के एक सदस्य को शासकीय नौकरी और दोषियों पर कार्यवाही की मांग शामिल है। राजभवन पहुंचने वाले आदिवासी विधायकों में आबकारी मंत्री कवासी लखमा, महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया, विधायकगण लखेश्वर बघेल, खेलसाय सिंह, संतराम नेताम, विक्रम शाह मंडावी, बृहस्पति सिंह, डॉ. प्रीतम राम, इंदरशाह मंडावी, अनूप नाग, शिशुपाल सोरी, राजमन बेंजाम, लक्ष्मी ध्रुव, देवती कर्मा शामिल थे।