रुस। भारत की दिग्गज मुक्केबाज एमसी मैरी कॉम ने गुरुवार को महिला वर्ल्ड मुक्केबाजी चैंपियनशिप में 51 किग्रा के सेमीफाइनल में पहुंचकर इतिहास रच दिया। मैरी कॉम ने इसी के साथ वर्ल्ड मुक्केबाजी चैंपियनशिप में अपना आठवां पदक पक्का कर लिया और वे यह कमाल करने वाली दुनिया की पहली मुक्केबाज बन गई। मैरी कॉम ने क्वार्टरफाइनल मुकाबले में कोलंबिया की वेलेंसिया विक्टोरिया को एकतरफा अंदाज में 5-0 से हराया। इस जीत के साथ मैरी कॉम ने वर्ल्ड चैंपियनशिप में सबसे सफल मुक्केबाज के अपने ही रिकॉर्ड को बेहतर किया। वे अभी तक वर्ल्ड चैंपियनशिप में 6 स्वर्ण और 1 रजत पदक जीत चुकी हैं। मैरी कॉम ने पहली बार वर्ल्ड चैंपियनशिप में 51 किग्रा वर्ग में पदक पक्का किया, इससे पहले वे इस वर्ग में क्वार्टरफाइनल से आगे नहीं बढ़ पाई थी। अब मैरी कॉम की निगाहें वर्ल्ड चैंपियनशिप में रिकॉर्ड सातवां स्वर्ण पदक हासिल करने पर टिकी रहेंगी। अब मैरी कॉम का शनिवार को सामना दूसरी वरीयता प्राप्त बुसेनाज चाकिरोग्लू से होगा। चाकिरोग्लू ने क्वार्टरफाइनल में चीन की काई जोंगलू को हराया। वे यूरोपियन चैंपियनशिप और यूरोपियन गेम्स की स्वर्ण पदक विजेता हैं।