नरवा, गरवा, घुरूवा और बाड़ी को लेकर फोटोशॉप के जरिए सोशल मीडिया में फलाई जा रही अफवाहें

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रायपुर । छत्तीसगढ़ सरकार की नरवा, गरूवा, घुरूवा और बाड़ी के तहत ग्रामीण आजीविका संवर्धन के लिए किए जा रहे कार्यो को मिल रही सफलता और जन-समर्थन को देखते हुए दुर्भावना से प्रेरित कुछ शरारती लोग इसे लेकर अफवाह भी फैला रहे ताकि प्रदेश के ग्रामीणजनों को इसका लाभ न मिले और वो दिग्भ्रमित हो अपनी उसी स्थिति में रहें। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश के सरगुजा जिले के प्रवास के दौरान ग्राम सरगंवा में गायों को चारा खिलाकर आदर्श गोठान का शुभारंभ किया था इस गौठान में मवेशियों के लिए चारा-पानी के साथ शेड की माकूल इंतजाम सुुनिश्चित किए गए है। इसी तरह कबीरधाम जिले के ग्राम पंचायत बिरनपुर के आदर्श गोठान में मवेशियों के लिए शेड, पीने के पानी के लिए कोटना और बरसात के पानी निकासी के लिए गौठान के चारों तरफ बहुत ही बढ़िया तरीके से नालियों का निर्माण किया गया है ताकि मवेशियों को बारिश के दिनों में किसी भी तरह की परेशानी न हो।

विगत दिनों आए तूफान से एक जिले के आदर्श गौठान में मचान के गिरने की तस्वीरों को किसी ने वायरल करने का प्रयास किया परन्तु उसी तूफान से उस गांव में क्षतिग्रस्त मकानों का जिक्र नहीं किया गया ।

गौरतलब है कि भूपेश बघेल सरकार ने छत्तीसगढ़ की प्राचीन गौठान, घुरूवा और बाड़ी की परंपरा को पुनर्जीवित करते हुए उसे एक नया स्वरूप प्रदान किया है ताकि मवेशियों को चारा-पानी के साथ ही जैविक सब्जियां और अनाज के उत्पादन से ग्रामीण जीवन और अर्थव्यवस्था को संबल प्रदान किया जा सके। इसी तरह ‘नरवा’ अंतर्गत जो नाले सूख कर खत्म हो गए थे या जहां बारिश के दिनों में ही पानी रहता है वहां 12 महीने पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने उन्हें नया जीवन प्रदान किया जा रहा है। इससे न केवल लोगों को साल भर निस्तारी और सिंचाई के लिए पानी मिलेगा बल्कि गिरते भू-जल स्तर को बढ़ाने में मदद मिलेगी।