इंदौर। इंदौर से बीजेपी विधायक और पार्टी के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय के बेटे आकाश विजयवर्गीय को नगर निगम के एक अधिकारी के साथ मारपीट के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है। इंदौर की एक अदालत ने आरोपी विधायक को 7 जुलाई तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया हैं। आकाश ने नगर निगम के एक अधिकारी पर बैट से हमला किया था। आकाश ने इंदौर नगर निगम के अधिकारी पर क्रिकेट बैट से किया था हमला बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे हैं आकाश विजयवर्गीय गिरफ्तारी के बाद आकाश और अन्य आरोपियों को पुलिस ने कोर्ट में किया। इंदौर से बीजेपी विधायक आकाश विजयवर्गीय को नगर निगम के एक अधिकारी के साथ मारपीट के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इंदौर की एक अदालत ने मामले की सुनवाई के दौरान आकाश की जमानत को भी खारिज कर दिया। उन्हें 7 जुलाई तक न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है। आकाश विजयवर्गीय ने बुधवार सुबह नगर निगम के एक अधिकारी पर बैट से हमला किया था। घटना का विडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद आकाश के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी। आकाश बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे हैं और पहली बार विधायक बने हैं। विडियो में साफ देखा जा सकता है कि आकाश ने नगर निगम के अधिकारी पर एक के बाद एक कई बार बैट से हमला किया। हमले के बाद विधायक समर्थकों ने भी अधिकारी को पीटा और उसके कपड़े उतारने लगे। हालांकि पुलिस ने बीच-बचाव कर स्थिति को संभाला। गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने आरोपी विधायक को स्थानीय अदालत के सामने पेश किया। अदालत ने आकाश की जमानत याचिका खारिज कर दी और उन्हें 7 जुलाई तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया। आकाश विजयवर्गीय को कोर्ट ले जाने के दौरान पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। विधायक समर्थकों ने कोर्ट परिसर के आसपास इकट्ठा होकर पुलिस और राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
उधर इस घटना के बाद थाने पहुंचे आकाश विजयवर्गीय और नगर निगम के कर्मचारियों ने पुलिस के सामने अपना-अपना पक्ष रखा। आकाश विजयवर्गीय ने निगम कर्मचारियों पर महिलाओं से बदतमीजी और भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। उन्होंने साफतौर कर कहा कि कर्मचारियों पर बल्ला चलता रहेगा। उन्होंने कहा, ‘यह तो शुरूआत है। हम भ्रष्टाचार और गुंडागर्दी को खत्म करके रहेंगे। हमारा लाइन आॅफ ऐक्शन है- आवेदन, निवेदन और फिर दनादन।’ आकाश विजयवर्गीय के साथ ही 10 अन्य लोगों के खिलाफ भी आईपीसी की धारा 353, 294, 323, 506, 147,148 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। आकाश ने आरोप लगाया कि निगम के अधिकारी ने महिलाओं को घसीटकर घरों से बाहर निकाला था और ऐसी किसी कार्रवाई के दौरान उनके साथ महिला पुलिस को होना चाहिए था। विधायक ने कहा, ‘मैं चुना हुआ प्रतिनिधि हूं, जब मैं वहां पहुंचा तो लोग गुस्से में थे और अधिकारी को भगा रहे थे। मैं अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराऊंगा।’