भोपाल। भोपाल से भाजपा प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर द्वारा महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को राष्ट्रभक्त बताने संबंधी बयान से सियासत गरमा गई है। कांग्रेस अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि शुक्र है साध्वी प्रज्ञा ने गोडसे को देवता नहीं कहा। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह सहित कांग्रेस नेताओं ने भाजपा पर हमले तेज कर दिए हैं। साथ ही मांग की है कि भाजपा देश से माफी मांगे। पूर्व मुख्यमंत्री एवं भोपाल से कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह ने इस मामले में साध्वी पर राष्ट्रद्रोह का प्रकरण दर्ज करने की मांग की है। कांग्रेस मीडिया विभाग की अध्यक्ष शोभा ओझा ने कहा कि प्रज्ञा ठाकुर द्वारा गोडसे को देशभक्त बताने के बाद संघ और भाजपा की वास्तविक विचारधारा व असली चेहरा सामने आ गया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पल्ला नहीं झाड़ सकते, वो देश को बताएं कि भाजपा गांधी के साथ है या गोडसे के साथ। कांग्रेस प्रवक्ता भूपेंद्र गुप्ता ने कहा है कि भाजपा के अंदर गांधीजी की हत्या की मानसिकता के विषाणु आज भी मौजूद हैं। यही वजह है कि अमित शाह गांधीजी को चतुर बनिया कहते हैं। उनसे जुड़े संगठन के लोग गांधीजी की तस्वीर पर गोली चलाते हैं। गोडसे की प्रतिमा स्थापित करते हैं और देश के महापुरुषों की मूर्तियां तोड़ने में हिस्सा लेते हैं। गुप्ता ने यह भी कहा कि पेरियार, आंबेडकर, ईश्वर चंद विद्यासागर, जवाहरलाल नेहरू और लेनिन की मूर्तियां तोड़ना उनकी मानसिकता का प्रतीक है। भाजपा को भोपाल की भाजपा प्रत्याशी साध्वी के गोडसे संबंधी ताजा बयान के लिए माफी मांगना चाहिए। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने भी इस मामले में ट्विटर पर प्रतिक्रिया जताई है। उन्होंने लिखा है कि शहीद हेमंत करकरे देशभक्त नहीं, लेकिन नाथूराम गोडसे देशभक्त। वाह री भाजपा। वाह रे राष्ट्रवादियों। कैसी आपकी सोच।