दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चुनाव आयोग पर एक तीर से निशाना साधा है। केजरीवाल ने कहा कि चुनाव आयोग ने मोदी जी की रैलियों को अनुमति दे दी और फिर बंगाल में चुनाव प्रचार खत्म करा दिया। इससे यह बात साफ है कि चुनाव आयोग पूरी तरह से पक्षपात कर रहा है। यह देश के लिए बहुत बड़ा खतरा है। दरअसल केजरीवाल ने यह बातें चुनाव आयोग के अप्रत्याशित फैसले को लेकर कही है, जो उसने बंगाल को लेकर बुधवार को किया था। कोलकाता में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो में हिंसा के 25 घंटे बाद चुनाव आयोग ने बुधवार रात दो बड़े फैसले लिए। आयोग ने पश्चिम बंगाल की 9 लोकसभा सीटों पर तय समय से 19 घंटे पहले गुरुवार रात 10 बजे से ही चुनाव प्रचार बंद करने का आदेश दिया है। चुनाव प्रचार समय से पहले रोकने का देश में यह पहला मामला है। आयोग ने स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के लिए संविधान के अनुच्छेद 324 में मिले अधिकारों का इस्तेमाल करते हुए यह कार्रवाई की है। दूसरी ओर, आयोग ने राज्य के एडीजी सीआईडी और गृह विभाग के प्रधान सचिव को भी हटा दिया है। आखिरी चरण में 19 मई को बंगाल समेत 59 सीटों पर मतदान होना है। अन्य 50 सीटों पर प्रचार शुक्रवार शाम 5 बजे बंद होगा। बंगाल के प्रभारी उप चुनाव आयुक्त ने 13 मई को हालात का जायजा लिया था। उन्होंने रिपोर्ट सौंपी कि चुनावी तैयारियां तो आयोग के मुताबिक चल रही हैं, लेकिन जब सभी प्रत्याशियों को प्रचार के लिए बराबर और मतदाताओं को भयमुक्त माहौल देने की बात आती है तो जिला प्रशासन और पुलिस से सहयोग नहीं मिल रहा। चुनाव अफसरों और लोगों में भय का माहौल है।