कांगो के विरूंगा नेशनल पार्क में ली गई मादा गोरिल्ला की तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। पार्क रेंजर्स ने नदाकाजी और नदीजी के साथ एक सेल्फी ली थी, जिसमें वे दोनों बड़ी स्टाइल से इंसानों की तरह खड़ी नजर आ रही थी। नेशनल पार्क के एक अधिकारी ने कहा कि ऐसा लगता है कि गोरिल्ला अपने देखभाल करने वालों की नकल कर रहे हैं, जिन्होंने उन्हें पाला-पोसा है। विरुंगा नेशनल पार्क के ये रेंजर्स गोरिल्ला के अवैध शिकार की रोकथाम करते हैं। जब उन्होंने गोरिल्ला के साथ सेल्फी लेने के लिए कैमरा उठाया, तो वे बिल्कुल अपने रेंजर्स की तरह खड़े हो गए। इस दिल छू लेने वाली तस्वीर को रेंजर्स ने पिछले हफ्ते फेसबुक पर पोस्ट किया था। अब तक इस पोस्ट पर ट्विटर और इंस्टाग्राम को मिलाकर 42 हजार से ज्यादा लाइक्स मिल चुके हैं। नेशनल पार्क के डिप्टी डायरेक्टर ने कहा कि इंसानों के जैसे दिखने वाले गोरिल्ला ऐसे खड़े हैं, जैसे एक सैनिक झंडे को सलाम कर रहा हो। उन्होंने कहा कि आमतौर पर गोरिल्ला सीधे खड़े नहीं होते हैं। मगर, जब वे बेहद उत्सुक होते हैं, तो वे इस तरह खड़े होते हैं और देखते हैं कि वे क्या देख सकते हैं। कांगो में 600 से ज्यादा रेंजर्स हैं। हालांकि, यह सुंदर पार्क पिछले दो दशकों से युद्ध और सशस्त्र संघर्ष से प्रभावित हुआ है। इस पार्क में काम करने की स्थिति इतनी घातक है कि अब तक यहां 179 रेंजरों की मौत हो चुकी हैं। विरूंगा आधिकारिक गार्ड बनने के लिए, रेंजर्स को छह महीने तक कठोर प्रशिक्षण सत्र से होकर गुजरना पड़ता है। ज्यादातर रेंजर्स कांगोले कस्बों के पास और गांवों के रहने वाले हैं।