हरियाणा की दस लोकसभा सीटों के लिए आम आदमी पार्टी और जननायक जनता पार्टी के बीच शुक्रवार को अधिकृत तौर पर समझौता हो गया है। जजपा सात लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि आप तीन पर अपनी दावेदारी पेश करेगी। जजपा के संस्थापक व सांसद दुष्यंत चौटाला और आप के हरियाणा प्रभारी गोपाल राय ने कांस्टीट्यूशन क्लब में गठबंधन का एलान किया। दोनों दलों के नेताओं ने बताया कि अभी सीटों के नाम तय नहीं हुए हैं। अगले तीन दिनों में इस पर भी फैसला कर लिया जाएगा। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि हरियाणा में जजपा व आप एक और एक ग्यारह बनेंगे। जींद के उपचुनाव की तरह लोकसभा चुनाव में एक बार फिर आप व जजपा साथ आई हैं। दोनों दल मिलकर हरियाणा में भी बदलाव लाएंगे। झाड़ू और चप्पल से हरियाणा में भाजपा और कांग्रेस को हराया जाएगा। उन्होंने कहा कि अभी कौन सी पार्टी किस सीट से लड़ेगी, इसका फैसला नहीं हुआ है। इसके लिए एक कमेटी का गठन किया गया है। अगले 48-72 घंटों मे इस पर भी सहमति बन जाएगी। उधर, गोपाल राय ने कहा कि जजपा हरियाणा में बदलाव का सपना देखती है। हाल के जींद उपचुनाव में आप ने जजपा का साथ दिया। वहीं आत्ममुग्धता की शिकार कांग्रेस ने अपने सबसे बड़े सिपहसालार रणदीप सुरजेवाला को उतारा था, लेकिन आप-जजपा गठबंधन ने ही चुनाव में भाजपा को टक्कर दी थी। कांग्रेस के साथ गठबंधन के सवाल पर गोपाल राय ने कहा कि वैचारिक मतभेद होने के बावजूद आप ने कांग्रेस के साथ गठबंधन करने का फैसला इसलिए किया था, जिससे दिल्ली, हरियाणा, चंडीगढ़, पंजाब व गोवा की 33 सीटों पर वोटों को बंटवारा रोककर भाजपा को हराया जा सके। सिर्फ दिल्ली की सात सीटों पर जीतना मकसद नहीं था। कांग्रेस को आज यह बात समझ नहीं आ रही है कि चुनाव पूरे का है, सिर्फ दिल्ली का नहीं।