राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को जलियांवाला बाग हत्याकांड के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। कोविंद ने ट्वीट किया, आज से 100 साल पहले, हमारे प्यारे स्वतंत्रता सेनानियों को जलियांवाला बाग में शहीद कर दिया गया था। एक भयावह नरसंहार, सभ्यता पर एक दाग, बलिदान का वह दिन भारत कभी नहीं भूल सकता। वहीं, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, भारत उन सभी शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करता है जो उस दुभार्ग्यपूर्ण दिन शहीद हुए थे। उनकी वीरता और बलिदान को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा। उनकी स्मृति हमें भारत के निमार्ण के लिए और भी अधिक मेहनत करने के लिए प्रेरित करती है, जिस पर उन्हें गर्व होगा। शनिवार को जलियांवाला बाग कांड 100वीं बरसी है, जब ब्रिगेडियर जनरल रेजिनाल्ड डायर के नेतृत्व में ब्रिटिश बलों ने महिलाओं और बच्चों सहित सैकड़ों निहत्थे, निदोर्ष भारतीयों पर गोलियां चलाईं, जो ब्रिटिश सरकार के दमनकारी रौलट अधिनियम के खिलाफ शांतिपूर्ण तरीके से विरोध कर रहे थे। 13 अप्रैल, 1919 का नरसंहार, ब्रिटिश कब्जे के खिलाफ भारत के स्वतंत्रता संग्राम के सबसे काले अध्यायों में से एक है।