नई दिल्ली। इंडियन प्रीमियम लीग के 12वें सीजन में गुरुवार को सनराइजर्स हैदराबाद ने दिल्ली कैपिटल्स को पांच विकेट से हरा दिया। दिल्ली के फिरोजशाह कोटला में खेले गए इस मैच में हैदराबाद ने शुरू से लेकर अंत तक अपनी पकड़ बनाए रखी। दिल्ली ने सिर्फ खराब गेंदबाजी ही नहीं की, बल्कि उनकी फील्डिंग का स्तर भी बहुत अच्छा नहीं रहा। आइपीएल 2019 में हैदराबाद की यह तीसरी जीत थी, इस जीत के साथ टीम अंक तालिका में पहले स्थान पर पहुंच गई है। दिल्ली के खिलाफ मिली जीत के पीछे ये तीन कारण रहे। पहली वजह- आइपीएल में अगर कोई टीम अपनी बॉलिंग के लिए जानी जाती है, तो वो है हैदराबाद, हैदराबाद की गेंदबाजी आक्रमण हमेशा से ही जबरदस्त रहा है। एक समय था, जब आइपीएल में सुनील नरेन का जलवा चलता था। अब राशिद खान का दौर है। दिल्ली के खिलाफ खेले गए मैच में आफगानिस्तान के दो गेंदबाज राशिद और मो. नबी ने गजब की गेंदबाजी की। राशिद ने 4.50 की इकोनॉमी से 18 रन देकर एक विकेट लिया। वहींए नबी ने 5.25 की इकोनॉमी से 21 रन देकर दो विकेट लिए। नबी ने शिखर धवन और रिषभ पंत को आउट किया, जबकि राशिद ने 43 रन बनाने वाले श्रेयस अय्यर को पवेलियन भेजा। दूसरी वजह- दिल्ली लगातार दो मैचों से खराब बल्लेबाजी का प्रदर्शन कर रही है। दिल्ली की टीम में विकेट फेकनें की एक होड़-सी लगी हुई है। सभी बल्लेबाजों को पहली गेंद से छक्का मारने का जूनन सवार है, जिसके चलते वे गैरजिम्मेदाराना शॉट खेल कर आउट हो जाते हैं। हैदराबाद के खिलाफ दिल्ली ने फिर से वही काम किया। दिल्ली के बल्लेबाजों में मात्र कप्तान अय्यर ने ही क्रीज पर रुक कर बल्लेबाजी की। दिल्ली के चार बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू पाए। हैदराबाद ने जितनी ही अच्छी गेंदबाजी की दिल्ली ने उतनी ही खराब बल्लेबाजी। दिल्ली की पूरी टीम मात्र 129 रन ही बना सकी। तीसरी वजह- दिल्ली की टीम युवा खिलाड़ियों से भरी हुई है, लेकिन उन्होंने जैसी फील्डिंग की वह टीम मैंजमेंट को चिंतित कर सकती है। हैदराबाद की ओर से तूफानी पारी खेलने वाले जॉनी बेयरस्टो जब पांच रन पर थे, तब अक्षर पटेल ने अपनी गेंद पर ही आसान सा कैच छोड़ दिया। जीवनदान मिलने के बाद बेयरस्टो ने 28 गेंदों में 48 रन की पारी खेली। दिल्ली के गेंदबाज जब लगातार तीन विकेट लेकर खेल में वापसी करने का प्रयास कर रहे थे, तब कवर पर खड़े कप्तान अय्यर ने दीपक हुड्डा का आसान-सा कैच टपका दिया।आइपीएल में अच्छी शुरूआत करने वाली दिल्ली को अगर वापसी करनी है, तो उसे अपनी बल्लेबाजी और फील्डिंग में सुधार करना पड़ेगा।