कांग्रेस अपने घोषणा पत्र से लोगों को अवगत कराने के लिए आज देश के 22 शहरों में करेगी संवाददाता सम्मेलन

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पार्टी की ओर से जारी बयान के मुताबिक 22 शहरों में पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं प्रवक्ता मीडिया से बातचीत करेंगे। बाद में देश के दूसरे शहरों में भी संवाददाता सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा मुंबई, कपिल सिब्बल बेंगलुरु, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ भोपाल, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रायपुर, गुलाम नबी आजाद जम्मू, अभिषेक मनु सिंघवी दिल्ली और पवन खेड़ा कोलकाता में संवाददता सम्मेलन करेंगे। कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के लिए मंगलवार को अपना घोषणापत्र जारी किया जिसमें गरीबों को न्यूनतम आय योजना न्याय के तहत सालाना 72 हजार रुपये देने और किसानों की स्थिति सुधारने के लिए अलग बजट के प्रावधान का वादा किया गया है। पार्टी ने सभी के लिए गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा की उपलब्धता, सरकारी सेवाओं की 22 लाख रिक्तियों को भरने, ग्रामीण स्तर पर हर साल लाखों युवाओं को रोजगार देने, राफेल एवं भ्रष्टाचार के अन्य मामलों की जांच कराने, राष्ट्रीय एवं आंतरिक सुरक्षा पर जोर देने तथा अनुसूचित जाति, जनजाति, ओबीसी, अल्पसंख्यकों एवं महिलाओं के विकास के लिए कदम उठाने जैसे कई प्रमुख वादे किए हैं। कांग्रेस इस बार घोषणा पत्र के बड़े वादे न्याय को चुनावी बहस में शामिल करने में कामयाब रही है। घोषणापत्र में पार्टी ने अपनी नरम हिंदुत्व की छवि का पूरा ध्यान रखा है। इस बार धार्मिक और भाषाई अल्पसंख्यक की बात की गई है। जबकि 2014 के चुनाव में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के तहत कई वादे किए थे। इनमें सच्चर समिति की सभी सिफारिशों को लागू करना शामिल था। कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र के जरिए हर तबके का भरोसा जीतने की कोशिश की है। घोषणा पत्र में कांग्रेस ने समाज के हर वर्ग के लिए कोई न कोई वादा करने की पूरी कोशिश की है। पार्टी की असल नजर भाजपा सरकार की विफलताओं पर रही है। आम लोगों से जुड़े जिन मुद्दों पर मोदी सरकार विफल रही है, कांग्रेस ने घोषणा पत्र में उन मुद्दों को शामिल किया है। घोषणा पत्र में पार्टी ने विस्तृत कार्ययोजना पेश की है। 2019 के लोकसभा चुनाव को दो विपरीत विचारधाराओं के बीच चुनाव करार देते हुए कांग्रेस ने कई बार यह दोहराया है कि हमने यह पहले भी किया है और हम इसे दुबारा भी करेंगे।