जीवन मंत्र डेस्क. माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को वसंत पचंमी का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 30 जनवरी, गुरुवार को है। इस दिन मुख्य रूप से देवी सरस्वती की पूजा की जाती है। स्कूल, कॉलेजों और अन्य शिक्षण संस्थानों में देवी सरस्वती का चित्र विशेष तौर पर लगाया जाता है, ताकि विद्यार्थी उन चित्रों में छिपे मैनेजमेंट सूत्र समझ सकें और अपने भविष्य को बेहतर बना सकें। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं प्रफुल्ल भट्ट के अनुसार ये मैनेजमेंट टिप्स इस प्रकार हैं।
1. मां सरस्वती हमेशा सफेद वस्त्रों में होती हैं। धवल यानी सफेद रंग शांति, सरलता और सहजता का प्रतिक होता है। इसलिए हर मनुष्य को उनसे अपने मन को सरल, सहज और शांत रहने की प्रार्थना करनी चाहिए। जिससे कभी कोई गलत काम करने से बच सकते हैं।
2. एक हाथ में वेद संदेश देते हैं कि हमेशा धर्म और अर्थ के साथ ज्ञान का प्रयोग जरूर करें। यानी देवी सरस्वती से धर्म के रास्ते पर चलने के लिए बुद्धि और विवेक का वरदान मांगना चाहिए।
3. एक हाथ में माला यह बताती है कि हमें हमेशा चिंतन में रहना चाहिए, जो ज्ञान अर्जित कर रहे हैं, उसका लगातार मनन करते रहें, इससे मेधा बढ़ती है। यानी हमेशा जो भी काम करें कॉन्सन्ट्रेशन से करना चाहिए।
4. दो हाथों से वीणा का वादन, यह संकेत करता है कि जीवन में मधुरता होना बहुत जरूरी है। देवी सरस्वती से अपने आपको मधुर बनाने की प्रार्थना करनी चाहिए। जिससे आपका जीवन सुखी रहेगा साथ ही दूसरों को भी सुख मिलेगा।
5. देवी सरस्वती का वाहन हंस हैं, ये बुद्धि का प्रतीक है, हमारी बुद्धि रचनात्मक और विश्लेषणात्मक दोनों होनी चाहिए। साथ ही हमेशा पवित्र विचारों में ही बुद्धि को लगाना चाहिए।