नई दिल्ली – कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो नीति आयोग को खत्म कर दिया जाएगा। इसके साथ ही योजना आयोग को बहाल कर दिया जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि नीति आयोग के पास प्रधानमंत्री के लिए मार्केटिंग करने और फर्जी आंकड़े तैयार करने के अलावा कोई काम नहीं है। राहुल गांधी ने शुक्रवार को ट्वीट करते हुए कहा, सत्ता में लौटने पर नीति आयोग की जगह एक छोटा योजना आयोग बनाएंगे। इसके सदस्य देश के बड़े अर्थशास्त्री और जानकार होंगे। इसमें 100 लोगों से भी कम का स्टाफ होगा ,गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सत्ता में आने के बाद एक जनवरी 2015 को योजना आयोग को भंग कर दिया था। इसकी जगह नीति आयोग का गठन हुआ,जिसके अध्यक्ष प्रधानमंत्री हैं। नीति आयोग पर राहुल का यह हमला इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि इसके अध्यक्ष राजीव कुमार ने पिछले दिनों कांग्रेस की न्याय यानी न्यूनतम आय योजना को देश के लिए अनुचित बताया था। उनके इस बयान को लेकर चुनाव आयोग ने नोटिस भेजकर जवाब तलब किया हुआ है। इससे पहले राहुल ने शुक्रवार को एक विशेष साक्षात्कार में पार्टी के घोषणापत्र के बारे में जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि कांर्ग्रेस के घोषणापत्र में किसी व्यक्ति विशेष की नहीं, बल्कि जनता की आवाज सुनाई देगी। उसमें रोजगार सृजन, कृषि संकट को दूर करने तथा शिक्षा एवं स्वास्थ्य क्षेत्र के साथ-साथ अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने पर जोर होगा। पार्टी का घोषणापत्र राष्ट्रव्यापी स्तर पर गहन विचार-विमर्श के बाद तैयार किया गया है तथा यह बहुत ही प्रभावी दस्तावेज होगा। सूत्रों का कहना है कि घोषणा-पत्र आगामी महीने के पहले सप्ताह में जारी हो सकता है। उन्होंने कहा कि सरकार बनने पर कारोबारियों को कर के आतंक टैक्स टेररिज्म से मुक्त करेंगे तथा छोटे एवं मझोले कारोबारियों के लिए निष्पक्षता सुनिश्चित की जाएगी।