राजधानी में कांग्रेस व आप के बीच लोकसभा चुनावों के मद्देनजर गठबंधन की लगभग खत्म हो चुकी उम्मीद के बीच एक बार फिर से बातचीत की हवा तेज हो गई है। यही कारण है कि कांग्रेसी नेता आप के खिलाफ या गठबंधन को लेकर कोई भी टिप्पणी करने से बच रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी के नेता अपने प्रचार में लग गए हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल द्वारा अचानक चांदनी चौक लोकसभा क्षेत्र से अपनी दावेदारी ठोकने के बाद गठबंधन के कायसों को बल मिला है। दोनों ही पार्टियां गठबंधन को लेकर समय-समय पर एक दूसरे के विरोधाभासी बयान देती रहीं, लेकिन पिछले 3-4 माह के बीच कई बार घटनाक्रम ऐसे हुए है कि लगा गठबंधन अंतिम चरण में है। कई बार तो ऐसा लगा कि गठबंधन की चर्चा अब समाप्त हो गई हैं, लेकिन कपिल सिब्बल की चांदनी चौक से दावेदारी से गठबंधन को फिर बल मिला है। इतना ही नहीं बिहार में कांग्रेस के महागठबंधन का हिस्सा बनने से भी राजधानी में आप और कांग्रेस के गठबंधन के कयास तेज हो गए हैं। कपिल सिब्बल ने हाल ही कहा था कि वे बिना गठबंधन के कोई भी चुनाव नहीं लड़ेंगे, जिस प्रकार उन्होंने चांदनी चौक से दावेदारी की है उसे इस बात को बल मिला है कि अंदर खाते कहीं ना कहीं कांग्रेसी नेता गठबंधन करने के प्रयास तेज कर रहे हैं। यह भी तय है कि सिब्बल चांदनी चौक से बिना गठबंधन के लड़ते हैं तो वे किसी भी हालत में जीतने की स्थिति में नहीं है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शीला दीक्षित व उनके साथी भले ही गठबंधन का विरोध कर रहे हैं लेकिन यह तय है कि हाईकमान के निर्णय का कोई भी विरोध नहीं कर पाएगा। हाल ही में शीला ने यह स्पष्ट कर दिया था कि जो भी निर्णय हाईकमान लेगा हम उसके साथ हैं इतना ही नहीं विपक्ष के कई नेता आप की तरफदारी मैं कांग्रेस को गठबंधन करने के लिए मनाने में लगे हुए हैं। वहीं कांग्रेस और आप के बीच गठबंधन का फैसला सोमवार को होने वाली कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में हो सकता है। यह तय है की जिस प्रकार राहुल गांधी विपक्षी नेताओं के संपर्क में है ऐसे में वह अंतिम समय में आप से गठबंधन को हरी झंडी दे सकते हैं। इसी कड़ी में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी पीसी चाको भी गठबंधन के पक्ष में है। शीला दीक्षित गुट के कड़े विरोध के बावजूद उन्होंने आशा नहीं छोड़ी और बार-बार गठबंधन करने की वकालत कर रहे हैं। उनका भी कहना है के वे जल्द ही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे। उनको आशा है कि राहुल गांधी भाजपा को हराने के लिए आप से गठबंधन को मंजूरी दे देंगे।