
- गरियाबंद नगरी निकाय चुनाव एवं नगरपंचायत चुनाव कल हैं। गरियाबंद विकास अभी तक ना के बराबर हमारे देश के लगभग सभी नेता जनता की सेवा करना चाहते हैं लेकिन बेचारे कर नहीं पाते क्योंकि बीच में कुर्सी की समस्या आ जाती है। कुर्सी से मतलब उनको कोई न कोई पदभार चाहिए, जिससे सरकारी फंड को विकास में खर्च करने का अधिकार मिल सके। तभी उनकी जनसेवा वाली भावना आती है। बिना किसी पद के वे ऐसे मजबूर हो जाते हैं जैसे ‘शोले’ फिल्म में ठाकुर को अपने सामने जमीन पर पड़ी बन्दूक नहीं उठा सकता था। क्योंकि अपने दोनों हाथ कटे होने की वजह से वो मजबूर था। चुनावों आते ही कई वादे लिया जाता है 11/2/2025 को नगरीय निकाय चुनाव सुबह से शुरू हो जाएगी किसके किस्मत में कुर्सी मिलेगी किसके सर पर ताज सजेगी आने वाली समय तय होगी, गरियाबंद जिला में कमल या पंजा आने वाला समय जनता के आशीर्वाद पर निर्भर होगी। गरियाबंद नगरपालिका चुनाव को लेकर कांग्रेस प्रत्याशी गेंदलाल सिन्हा, भाजपा प्रत्याशी रिखी राम यादव ने दोनों ने भारी जनसमर्थन के साथ डोर टू डोर जनता से आशीर्वाद लिए,
- गरियाबंद जिला का विकास कार्य पर क्या होगा यह जनता जनार्दन द्वारा तय होगी। गरियाबंद की किस्मत आपके हाथों में जनता जनार्दन आप अपना अधिकार जाने जिससे आपको पांच वर्ष तक ना पछतावा हो। जन हित में जारी