गरियाबंद – अयोध्या से अवध धाम तक चल रही श्रीराम वनगमन पथ काव्ययात्रा श्रीराम जानकी रथ के साथ बुधवार शाम गरियाबंद पहुंची। गरियाबंद पहुंचने पर नगरवासियों द्वारा रथ का भव्य स्वागत किया गया। जगह जगह पुष्प वर्षा और आतिशबाजी की गई। नगर के विभिन्न चौक-चौराहो पर हर वर्ग व समाज के लोगों ने बढ़ चढ़ कर रथ का स्वागत किया और भगवान श्रीराम की पूजा कर आर्शीवाद उनका आर्शीवाद लिया। काव्य यात्रा की अगुवाई राष्ट्रीय कवि संगम छत्तीसगढ़ प्रांत के प्रदेश अध्यक्ष योगेश अग्रवाल ने की। इसके साथ ही राष्ट्रीय कवि संगम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगदीश मित्तल, प्रांत संयोजक महेश शर्मा, रायपुर से संजय चौधरी, विनय शर्मा, अमरजीत सिंह भी साथ मौजूद थे।इसके पहले मलकानगिरी ओडिशा से गरियाबंद पहुॅची श्रीराम वनगमन पथ काव्ययात्रा ने सर्किट हाउस के पास गरियाबंद नगर में प्रवेश किया। यहां काव्ययात्रा का भव्य स्वागत हुआ। यहां से काव्ययात्रा के साथ विशाल बाइक रैली भी निकाली गई। जिसमें सैकड़ों लोग भगवा ध्वज लेकर श्रीराम के जयकारे लगाते हुए शामिल हुए। इस बीच पूरे शहर का माहौल श्रीराम की भक्ति में सराबोर दिखा।
सर्किट हाउस से तिरंगा चौक के बीच रावणभाटा, डाकबंगला, सिविल लाइन, भूतेश्वर चौक, बस स्टैंड में जगह जगह श्रीरामजनकी रथ का स्वागत हुआ। सड़को के दोनो लोगो की भीड़ उमड़ी रही। काव्ययात्रा के दौरान जय श्रीराम के गगनचुम्बी नारे गुंजते रहे। तिरंगा चौक में भव्य स्वागत के बाद यह यात्रा सदर बाजार होते हुए सुभाष चौक तक पहुॅची। इस दौरान जगह जगह काव्य यात्रा का पुष्पवर्षा से स्वागत के कारण पूरी सड़क पुष्प से भर गई। इस बीच कई जगहो में महिलाओ ने श्रीरामजानकी की आरती भी उतारी। सुभाष चौक से यह काव्य यात्रा पुनः तिरंगा चौक पहुची। जहां राष्ट्रीय कवि सम्मेलन आयोजित किया गया। इस दौरान इंदौर से बाबा सत्यनारायण मौर्य, मध्यप्रदेश से शंभू मनहर, दिल्ली से प्रवीण आजाद, राजस्थान से किशोर पारिक, लखनऊ से कमल आग्नेय, संजय शर्मा, जयैन्द्र कौशिक, भव्य सूर्या ने भगवान श्रीराम और श्रीराम वनगमन पथ को लेकर कविता प्रस्तुत की। ज्ञात हो साहित्यिक संस्था राष्ट्रीय कवि संगम के नेतृत्व मे श्रीलंका से लेकर अध्योध्या तक श्रीरामवनगन पथ काव्ययात्रा का निकाली जा रही हैं। इसकी शुरूआत एक मार्च को महाशिवरात्री के दिन श्रीलंका से भगवान श्रीराम के चरणपादुका के पूजा के साथ की गई। जिसके बाद यह काव्ययात्रा रामेश्वरम पहुॅची यहां से श्रीरामजानकी रथ के साथ काव्ययात्रा श्रीराम वनगमन पथ के लिए आगे बढ़ी है। पांच राज्यो और 20 प्रमुख स्थानो से होकर गुजरने के बाद यह काव्य यात्रा बुधवार शाम गरियाबंद पहुॅची है। राष्ट्रीय कवि संगम के छत्तीसगढ़ प्रांत अध्यक्ष योगेश अग्रवाल ने बताया कि महाशिवरात्री से रामनवमी के बीच 41 की दिन की यात्रा पूर्ण कर यह काव्ययात्रा अध्योध्या पहुॅची। इस बीच देश के आठ राज्यो के प्रमुख 232 स्थानो से होकर यह काव्ययात्रा गुजरेगी। सभी श्रीराम भक्तो द्वारा यात्रा का भव्य स्वागत किया जा रहा है। इसके साथ ही प्रमुख स्थानो में कवि सम्मेलन का भी आयोजन किया जा रहा है।