इंदौर। नूरानी नगर स्थित पन्नी कारखाने में सोमवार शाम उस वक्त सनसनी फैल गई जब कर्मचारियों ने यहां एक कमरे में रखी अलमारी से नवजात के रोने की आवाज सुनी। कुछ कर्मचारियों ने अलमारी का ताला तोड़ा तो देखा कि तीन-चार दिन की मासूम बिलख रही है। उन्होंने तुरंत इसकी सूचना पुलिस और 108 को दी। पुलिस मौके पर पहुंची और 108 से बच्ची को जिला अस्पताल भिजवाया। यहां से उसे एमवायएच रैफर कर दिया गया।
कारखाने के कर्मचारी कुंवरसिंह के मुताबिक सोमवार शाम करीब सवा 6 बजे छुट्टी हुई तो कर्मचारी घर जाने लगे। कुछ कर्मचारी कमरे में पहुंचे तो उन्हें अलमारी में से किसी बच्चे के रोने की आवाज आई। किसी के नजर नहीं आने और सिर्फ रोने की आवाज आने से वे डर गए और कमरे से बाहर भागे। मौके पर मौजूद कुछ कर्मचारियों ने हिम्मत दिखाकर अलमारी खोली तो उन्हें नवजात मिली। कर्मचारियों ने उसे कपड़े में लपेटा और पुलिस को सूचना दी। चंदन नगर क्षेत्र की 108 एंबुलेंस के पायलेट संजय मंडलोई के मुताबिक बच्ची के शरीर पर कोई कपड़ा नहीं था। नवजात को लेकर 108 एम्बुलेंस जिला अस्पताल पहुंची। वहां के डॉक्टरों ने आरंभिक जांच के बाद उसे एमवायएच रैफर कर दिया। यहां नवजात का आईसीयू में इलाज चल रहा है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक बच्ची को संभवत: सोमवार दोपहर बाद अलमारी में रखा गया होगा। सुबह के वक्त कर्मचारियों ने किसी तरह की आवाज नहीं सुनी थी।