टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड में पांच वनडे मैचों की सीरीज 4-1 से जीत कर इतिहास रच दिया

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नई दिल्ली। टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड में पांच वनडे मैचों की सीरीज 4-1 से जीत कर इतिहास रच दिया है। यह जीत तब और खास हो गई जब वेलिंगटन में खेले गए आखिरी वनडे में टीम इंडिया ने बहुत ही खराब हालात से उबरते हुए जीत हासिल की। इस मैच में कई उतार चढ़ाव रहे जिसमें एक खास पल को आईसीसी ने भी सलाम किया है। जब 253 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए न्यूजीलैंड टीम की उम्मीदे जेम्स नीशाम पर लगी थी, ऐसे में नीशाम को टीम इंडिया के पूर्व कप्तान एमएस धोनी ने रनआउट कर मैच भारत की ओर मोड़ दिया, इसके बाद न्यूजीलैंड टीम मैच में वापसी नहीं कर सकी और 35 रनों से मैच हार गई। इस मैच में जब न्यूजीलैंड टीम के कप्तान केन विलियम्सन 26वें ओवर में 105 रन के स्कोर पर आउट हुए थे, तब जेम्स नीशाम बल्लेबाजी करने आए थे और तब टीम की मजबूत स्थिति थी। इसके बाद टॉम लाथम और कोलिन डी ग्रैंडहोम भी जल्दी ही आउट हो गए और 135 के स्कोर पर 6 विकेट गिरने से न्यूजीलैंड बैकफुट पर नजर आ रही थी। इसके बाद जेम्स नीशाम ने सेंटनर के साथ मिलकर 41 रनों की साझेदारी कर न्यूजीलैंड को मैच में वापस ला दिया। यही से धोनी ने मैच पलट देने वाला ऐसा काम किया जो सिर्फ धोनी ही कर सकते थे। 37वें ओवर में धोनी ने किया कमाल और न्यूजीलैंड पर छा गया संकट पारी के 37वें ओवर में केदार जाधव की गेंद पर नीशाम बीट हुए और केदार जाधव ने उनके खिलाफ एलबीडब्ल्यू की अपील की इसके बाद गेंद विकेटकीपिंग कर रहे एमएस धोनी के हाथों से छिटक कर कुछ दूर चली गई। अपील होने के फौरन बाद धोनी भी गेंद पकड़ने पीछे दौड़ गए, नीशाम को समझ में नहीं आया कि गेंद कहां गई और वे सैंटनर की ओर देखने लगे कि कही रन की गुंजाइश तो नहीं है। ऐसे में वे क्रीज से बाहर भी निकल आए, यही धोनी ने फुर्ती दिखाई और चालाकी से नीशाम को रन आउट कर दिया, धोनी ने नीशाम को जरा भी भनक नहीं लगने दी कि गेंद विकेट के पास ही थी।