मुख्यमंत्री ने धनतेरस पर राजभवन, मुख्यमंत्री निवास, विधानसभा अध्यक्ष निवास, मंत्री आवास गृह एवं वरिष्ठ अधिकारियों के आवासीय परिसर का भूमिपूजन किया

0
75

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने धनतेरस के अवसर पर नवा रायपुर अटल नगर में बसाहट बढ़ाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया। मुख्यमंत्री ने नवा रायपुर के सेक्टर-24 में 591.75 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले राजभवन, मुख्यमंत्री निवास, विधानसभा अध्यक्ष निवास, मंत्रीगणों के आवास गृह एवं वरिष्ठ अधिकारियों के आवासीय परिसर का भूमिपूजन किया। समारोह में छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत और मंत्री परिषद् के सदस्य एवं अधिकारीगण भी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, कि नई राजधानी का शिलान्यास कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने वर्ष 2001 में किया था। यहां हजारों करोड़ रुपए का पूंजी निवेश हो चुका है। सड़कें बन गयी, बिजली पानी की व्यवस्था भी हो गई, लेकिन शहर अब तक नहीं बस पाया है। इस बात को ध्यान में रखते हुए हम लोगों ने यहां पर राजभवन, मुख्यमंत्री निवास, स्पीकर हाउस बनाने का निर्णय लिया है। मंत्रीगण और सभी वरिष्ठ अधिकारी रहेंगे, तो धीरे-धीरे शहर बसेगा। छोटे अधिकारी कर्मचारी भी यहां बसेंगे, तो बाजार और अस्पताल भी विकसित होंगे। 12.60 एकड़ में राजभवन विकसित होगा। जिसमें दरबार हॉल और सचिवालय भवन सहित विभिन्न भवन होंगे। मुख्यमंत्री आवास एवं कार्यालय 7.50 एकड़ में होगा। इसमें 6 बेडरूम, फैमिली व लिविंग रूम, प्राइवेट थियेटर, हेल्थ सेंटर और बड़ी लाइब्रेरी होगी। विधानसभा अध्यक्ष आवास एवं कार्यालय के लिए 3.19 एकड़ भूमि आवंटित की गई है। इसी प्रकार मंत्रीगण व नेता प्रतिपक्ष आवास एवं कार्यालय 1.50 एकड़ में होगा। ऐसे 13 आवास बनाए जाएंगे। वरिष्ठ अधिकारियों हेतु 85 आवास बनाए जाएंगे। प्रत्येक आवास के लिए 0.45 एकड़ भूमि आवंटित की गई है। नवा रायपुर अटल नगर के सेक्टर-24 में 158 एकड़ एवं सेक्टर-18 में 64 एकड़ कुल 222 एकड़ भूमि निर्माण कार्यों के लिए आवंटित की गई है। निर्माण कार्य दो वर्ष में पूरा करने का लक्ष्य है। पीडब्ल्यूडी ने इस कार्य के लिए टेंडर फाइनल कर वर्क आॅर्डर जारी कर दिया है। आवासीय परियोजना को पूरा करने के लिए अधिकारियों की एक टीम गठित की गई है। जिसे समय सीमा और निर्माण कार्य की गुणवत्ता का ध्यान रखने के निर्देश दिए गए हैं। इस टीम के अधिकारी परियोजना के शुरू होने से लेकर इसके पूरा होने तक का कार्य करेंगे, जिससे उनकी जिम्मेदारी भी तय की जा सकेगी।