सीएम भूपेश बघेल ने पाटन के मॉडल गौठान पाहन्दा का लोकार्पण किया, मुख्यमंत्री ने कहा कि यह केवल गौठान नहीं हैं, यह व्यावसायिक केंद्र हैं

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दुर्ग। हरेली तिहार के मौके पर सरकार की महत्वाकांक्षी योजना नरुवा, गुरआ, घुरुवा और बारी के तहत प्रदेश में गुरुवार को प्रथम चरण में कई गोठानों का लोकार्पण हुआ। सीएम भूपेश बघेल ने अपने विधानसभा क्षेत्र पाटन के मॉडल गौठान पाहन्दा का लोकार्पण किया, इस दौरान मौके पर मौजूद 20 गांव के सरपंचों से और पाहन्दा गौठान समिति के सदस्यों से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने चर्चा की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सबले बढ़िया छत्तीसगढ़िया के नारे के साथ अपनी चर्चा की शुरूआत की, उन्होंने कहा कि हरेली आनंद का पर्व हैं।

हमारा सबसे बड़ा त्योहार है, इस उत्सव के आनंद से पीछे क्यों रह जाएं. इसलिए हमने इस दिन अवकाश घोषित किया। आज आप लोगों को इतना उत्साहित देखकर बहुत आनंद आ रहा हैं। आज हम लोग गौठान के लोकार्पण के अवसर पर एकत्रित हुए हैं। यह आपका गौठान है, आप इसे संचालित कीजिये और इसका लाभ उठाएं, फिर गौठान समिति के सदस्यों ने अपनी बात मुख्यमंत्री के समक्ष रखी, उन्होंने बताया कि हम सब मिलकर गौठान समिति में निर्णय लेते हैं। ऐसा निर्णय जिससे स्वसहायता समूहों को भी लाभ हो, पहटिया भी लाभ उठा सकें, पूरे गांव की बेहतरी हो ऐसा निर्णय हम लोग लेते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आप लोग इतने उत्साह से अपनी बात रख रहे हैं। गौठान के कार्यान्वयन में इतनी जीवंत भागीदारी निभा रहे हैं, आप लोगों से बात कर मैंने जाना कि हर विषय पर गौठान समिति में गहन चर्चा हुई हैं।

यह अच्छा संकेत है, जब सब की बात सुनी जाती है और गांव के हित में, गांव की परंपरा के अनुसार निर्णय लिया जाता है तो इसका सुखद परिणाम सामने आता हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि नरवा, गरुवा घुरूवा, बाड़ी योजना से आज गौठान बन गए हैं सपना मूर्त रूप ले चुका है, अब इसे आगे बढ़ाना है। अपने उद्बोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि यह केवल गौठान नहीं हैं। यह व्यावसायिक केंद्र है न केवल यह दूध उत्पादन का केंद्र बनेगा अपितु कम्पोस्ट खाद, धूप, गोमूत्र, उबटन आदि के विक्रय का केंद्र भी बनेगा।