जीएसटी लागू होने के दो वर्ष पूरे होने पर जीएसटी भवन में जीएसटी दिवस मनाया गया

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रायपुर। गुड्स एंड सर्विस टैक्स (जीएसटी) लागू होने के दो वर्ष पूरे होने पर आज नवा रायपुर के राज्य कर मुख्यालय, जीएसटी भवन में जीएसटी दिवस मनाया गया। आज से दो साल पहले एक जुलाई को जीएसटी (गुड्स एवं सर्विसेज टैक्स) को लागू किया गया था। भारतीय कर सुधार की दिशा में यह सबसे बड़ा कदम था. जीएसटी लागू करने का मकसद एक देश- एक कर (वन नेशन, वन टैक्स) प्रणाली हैं। जीएसटी दिवस के मौके पर वाणिज्यिक कर विभाग द्वारा पांच दिवसीय जीएसटी सप्ताह मनाया जा रहा है. इस दौरान जीएसटी भवन में पांच दिन तक जीएसटी के विभिन्न पहलुओं पर व्याख्यान माला का आयोजन किया जा रहा है। जीएसटी भवन में वाणिज्यिक कर विभाग की विशेष सचिव एवं आयुक्त रीना बाबा साहेब कंगाले ने इस अवसर पर सभी विभागीय अधिकारियों-कर्मचारियों को बधाई और शुभकामनाएं दीं, उन्होंने उम्मीद जताई कि पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी विभाग अपने लक्ष्य के अनुरूप कर संग्रहण करने में सफल होगा. हम इसके नए प्रावधानों को व्यवसाईयों और सेवा प्रदाताओं तक पहुंचाकर कर संग्रहण को आसान और प्रभावी बनाने की दिशा में भी काम करेंगे। आयुक्त रीना बाबा साहेब कंगाले ने जीएसटी के नए प्रावधानों की जानकारी विभागीय अधिकारियों, व्यापारियों और सेवा प्रदाताओं को देने आगामी महीनों में प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित करने के निर्देश दिए हैं। जीएसटी दिवस कार्यक्रम में विभागीय अधिकारियों ने जीएसटी लागू होने के बाद कर संग्रहण प्रणाली में आए बदलाव के अनुभव साझा किए. उन्होंने बताया कि इस दौरान व्यापारियों, डीलरों, सेवा प्रदाताओं और चार्टर्ड एंकाउटेंट्स के साथ लगातार बैठकों और प्रशिक्षण का दौर चला। इसके प्रावधानों और प्रक्रियाओं के बारे में उन्हें बताने अनेक कार्यक्रम आयोजित किए गए। कार्यक्रम में विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों को जीएसटी की विशेषताओं और नए प्रावधानों की जानकारी भी दी गई। बता दें कि जीएसटी दिवस के मौके पर वाणिज्यिक कर विभाग द्वारा पांच दिवसीय जीएसटी सप्ताह मनाया जा रहा है। इस दौरान जीएसटी भवन में 01 जुलाई से 05 जुलाई तक रोज जीएसटी के विभिन्न पहलुओं पर व्याख्यान माला का आयोजन किया जा रहा हैं। इस दौरान विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए विभिन्न खेल स्पर्धाओं के आयोजन भी होंगे। कार्यक्रम में वाणिज्यिक कर विभाग के विशेष आयुक्त एस.एल. अग्रवाल, अपर आयुक्त के.आर. झारिया तथा अपर संचालक (वित्त) अतीश पाण्डेय सहित विभागीय सी.ए., विधि विशेषज्ञ और अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे।