सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार को सुबह साढ़े दस बजे जस्टिस एस बोपन्ना, जस्टिस अनिरुद्ध बोस, जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस सूर्यकांत को शपथ दिलाई जाएगी। कॉलेजियम की सिफारिश पर केंद्र सरकार ने इन चारों नामों को मंगलवार को हरी झंडी दे दी थी। इन चारों के शपथ लेने के बाद सुप्रीम कोर्ट में जजों की संख्या बढ़कर 31 हो जाएगी और यह अधिकतम तय संख्या है। शीर्ष अदालत में 11 वर्ष बाद पहली बार जजों की संपूर्ण संख्या होगी। जस्टिस बोस फिलहाल झारखंड हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस हैं और जजों की अखिल भारतीय वरिष्ठता सूची में उनका स्थान 12वां है। वहीं जस्टिस बोपन्ना फिलहाल गुवाहाटी हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस है और वरिष्ठता सूची में उनका स्थान 36वां है। जबकि जस्टिस गवई फिलहाल बॉम्बे हाईकोर्ट में जज हैं जबकि जस्टिस सूर्यकांत हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस हैं। सनद रहे कि कॉलेजियम ने जस्टिस बोस व जस्टिस बोपन्ना की सिफारिश सरकार को भेजी थी, लेकिन सरकार ने वरिष्ठता और क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व का हवाला देते हुए इन दोनों नामों पर फिर से विचार करने के लिए कहा था। कॉलेजियम ने पुनर्विचार के बाद फिर से इनकी नियुक्ति की सिफारिश की थी।