छिंदवाड़ा। लोकसभा चुनाव में मोदी लहर के बावजूद सीएम कमलनाथ और उनके बेटे नकुलनाथ ने मध्यप्रदेश में कांग्रेस की लाज रख ली। पूरे प्रदेश में कांग्रेस एकमात्र छिंदवाड़ा सीट जीती है। यहां नकुलनाथ ने भाजपा प्रत्याशी नत्थन शाह कवरेती को 37 हजार 536 मतों से हरा दिया। वहीं छिंदवाड़ा विस उपचुनाव में सीएम कमलनाथ ने भाजपा प्रत्याशी विवेक बंटी साहू को 25 हजार 837 मतों से हराया। प्रदेश में संभवतया यह पहला मौका है, जब एक ही समय हुए चुनाव में पिता-पुत्र एक साथ जीते। जीत के बाद रिटर्निंग अधिकारी ने उन्हें प्रमाण पत्र दिए। कांग्रेस के गढ़ छिंदवाड़ा से कमलनाथ ही सांसद बनते आ रहे थे। सीएम पद संभालने के बाद वे विस उपचुनाव में प्रत्याशी थे, इसलिए उन्होंने अपने बेटे नकुलनाथ को टिकट दिलाया था। नकुल के मुकाबले भाजपा ने इस बार आदिवासी प्रत्याशी व जुन्नरदेव के पूर्व विधायक नत्थन शाह कवरेती पर दांव खेला था, लेकिन यह दांव नहीं चला। स्थिति यह बनी कि नत्थन शाह जुन्नारदेव में भी बढ़त हासिल नहीं कर पाए। वहीं छिंदवाड़ा विधानसभा उपचुनाव में सीएम कमलनाथ के मुकाबले भाजपा प्रत्याशी विवेक बंटी साहू को शुरूआत से ही कमजोर माना जा रहा था। इसके बाद भी बंटी साहू ने पूरी गंभीरता से चुनाव प्रचार किया। यही नहीं उन्होंने हर मुद्दे पर अपनी बात रखी। यहां तक कि एक कार्यकर्ता के लिए थाने पर धरना भी दे दिया। जिसके कारण उनकी जुझारू क्षमता सामने आई। उन्हें 82 हजार से अधिक वोट मिले। जो यहां के पूर्व विधायक चौधरी चंद्रभान सिंह को पिछले चुनाव में मिले 80 हजार वोट से भी अधिक हैं। इस तरह बंटी ने खुद को स्थापित किया है। लोकसभा चुनाव में जो परिणाम छिंदवाड़ा की जनता ने दिया है, वो काफी बेहतर है। मैं जिले की जनता का आभार जताता हूं कि उन्होंने मेरे पिता के भरोसे को कायम रखा और मुझे इस चुनाव में जीत हासिल हुई। जहां तक बाकी प्रदेश की बात है तो मैं इस बारे में ज्यादा कुछ नहीं कह सकता हूं। ये नैतिकता के आधार पर सीएम कमलनाथ की हार है। छिंदवाड़ा में पुलिस और प्रशासन का दुरुपयोग किया गया है। मुझ पर मामला कायम किया गया। भाजपा कार्यकतार्ओं को प्रताड़ित किया गया। मैं छिंदवाड़ा की जनता का आभार व्यक्त करता हूं, जिसने सीएम के खिलाफ चुनाव में मुझे 80 हजार से ज्यादा मत दिए। मैं इस चुनाव परिणाम को काफी सकारात्मक मानता हूं।