नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव का अंतिम दौर शुरू हो चुका है, इस बीच प्रधानमंत्री पद को लेकर नतीजे आने के पहले ही दावेदारी शुरू हो चुकी है। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी इस पद के लिए अपनी ताल ठोक दी है। इस पद के लिए खुद को पीएम नरेंद्र मोदी से बेहतर उम्मीदवार बताते हुए मायावती ने कहा है कि वे देश के लोगों के वेलफेयर से जुड़े कामों को करने के लिए फिट उम्मीदवार हैं, वहीं दूसरी ओर नरेंद्र मोदी इस काम के लिए अनफिट हैं। मायावती ने एक बयान में कहा है कि जहां तक विकास का सवाल है, बहुजन समाज पार्टी ने यूपी में बदलाव कर दिखाया है। यूपी में हुए विकास कार्यों के आधार पर यह माना जा सकता है कि देश और लोगों के विकास के लिए बसपा राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेंद्र मोदी से ज्यादा फिट हैं। अपने किए गए कार्यों को गिनाते हुए बीएसपी चीफ ने कहा कि उनका मुख्यमंत्री पद का चार बार का कार्यकाल पूरी तरह से साफ है। उन्होंने बेहतर लॉ एंड आॅर्डर का लक्ष्य रखा। मायावती ने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि हालांकि बतौर गुजरात के मुख्यमंत्री मोदी का कार्यकाल काफी लंबा रहा है, लेकिन उनकी छवि साम्प्रदायिक नेता के तौर पर बनी है। जो देश के इतिहास में काला धब्बा है। उन्होंने कहा कि मोदी बतौर गुजरात सीएम राजधर्म निभाने में असफल रहे थे,वहीं पीएम पद के लिए भी अनफिट हैं। पीएम द्वारा मायावती को दलित की बेटी कहने वाले बयान पर बसपा सुप्रीमो ने कहा कि नरेंद्र मोदी का रुख दलित विरोधी है, उनके जैसे नेता नहीं चाहते हैं कि दलित समाज की तरक्की हो। ये पूरा देश जानता है कि जो लोग बेनामी संपत्ति रखते हैं वे सभी भाजपा से जुड़े हैं। ये पहली बार है जब मायावती ने खुद को प्रधानमंत्री उम्मीदवार बताया है। इसके पूर्व शरद पंवार और अखिलेश यादव भी उनका नाम आगे बढ़ा चुके हैं।