राजस्थान के उप मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि देश में चारों तरफ बदलाव की लहर है। ऐसे में भावनात्मक मुद्दे उठाकर मतदाताओं का ध्रुवीकरण करने की भाजपा की हताश कोशिश से उसे कोई लाभ नहीं मिलेगा। देश में 23 मई को संप्रग सरकार बनेगी। राजस्थान में प्रदेश अध्यक्ष के रूप में कांग्रेस के चुनाव प्रचार का नेतृत्व कर रहे पायलट ने कहा कि भाजपा का मंदिर-मस्जिद, अली-बजरंगबली, या फिर राष्ट्रवाद को दोबारा परिभाषित करना लोगों की सोच से मेल नहीं खाता है क्योंकि यह यह चुनाव विकास और उनके अधूरे वादों के बारे में है। पीटीआई-भाषा को एक साक्षात्कार में उन्होंने बताया कि 2014 का मोदी फैक्टर इस चुनाव में काम नहीं करने जा रहा है क्योंकि जनता पिछले पांच वर्षों की अक्षमताओं को नजरअंदाज नहीं करेगी। उन्होने कहा कि हिंदी भाषी क्षेत्र में उनकी पार्टी का प्रदर्शन शानदार होने जा रहा है क्योंकि भाजपा पूरी तरह से वहां बेनकाब हो चुकी है। पायलट ने कहा, भीड़ द्वारा पीट-पीट कर की गई हत्या (मॉब लिंचिंग) और गोरक्षक जैसे शब्द पांच साल पहले तक हमारी बोल-चाल का हिस्सा नहीं थे। ऐसी ताकतें हैं जो इस तरह के तत्वों को अपना समर्थन दे रही हैं। जिस तरह की हिंसा, कड़ुवाहट और जहर हमारे समाज ने पिछले पांच साल में देखा है, वह स्वीकार करने योग्य नहीं है। पायलट ने आरोप लगाया कि भाजपा लोगों को अपना रिपोर्ट कार्ड देने के बदले विफलताओं से निकलने के लिए कुछ भी करने की कोशिश कर रही है और मतदाताओं का ध्रुवीकरण करने के लिए भावनात्मक मुद्दे उठा रही है। अकेली बडी-पार्टी के रूप में उभरने की कांग्रेस की संभावना पर 41 वर्षीय नेता ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि 23 मई को जब लोकसभा चुनाव का परिणाम आएगा तो देश में संप्रग सरकार बनेगी और नया प्रधानमंत्री बनेगा। उन्होंने कहा कि नई सरकार का नेतृत्व कौन करेगा, इसका फैसला सभी पार्टियां बैठकर करेंगी। पायलट ने कहा कि कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी निश्चित रूप से अग्रिम मोर्चा संभाल रहे हैं और भाजपा पर कई मुद्दों को लेकर हमला बोल रहे हैं। उन्होंने कहा, अखिल भारतीय स्तर पर कांग्रेस एक मात्र ऐसी पार्टी है जो भाजपा को चुनौती दे सकती है और हरा सकती है। इसमें कोई शक नहीं है कि सभी क्षेत्रीय पार्टियां महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी और सभी का साझा उद्देश्य राजग को सत्ता से बाहर करने का है। इसलिए मैं मानता हूं कि कांग्रेस केंद्रीय भूमिका में होगी। मोदी सरकार के पक्ष में खामोश लहर को लेकर केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ के बयान पर उन्होंने कहा कि 2019 दरअसल 2014 से अलग है क्योंकि लोग उस समय भाजपा को एक मौका देने के लिए तैयार थे क्योंकि वह लंबे चौड़े वादे कर रही थी जिसका सत्यापन अभी तक हुआ नहीं था। पायलट ने कहा कि केंद्र में बहुमत में होने और ज्यादातर राज्यों में भी सरकार होने के बाद भाजपा ने अपने एक भी वादे पूरे नहीं किए, चाहे ये वादे कालाधन, शिक्षा, किसान आय दुगुना करने या फिर भ्रष्टचार और नक्सलवाद को समाप्त करने का हो। उन्होंने कहा, देश भर में परिवर्तन की लहर है और कुछ राज्यों में भाजपा अपना खाता भी नहीं खोलेगी। जिन राज्यों में उसकी सर्वाधिक सीटें हैं, वह वहां ज्यादातर सीटें खोने जा रही है। कहीं ऐसा इलाका नहीं है जहां वह इसकी भरपाई कर सकती है। पायलट ने चुनाव प्रचार में भाजपा द्वारा लगातार पाकिस्तान का मुद्दा उठाने की भी आलोचना की। उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी ने प्रधानमंत्री के रूप में पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिये और उनके 90,000 सैनिकों को युद्धबंदी के रूप में पकड़ लिया था। पायलट ने कहा, मनमोहन सिंह 10 साल तक प्रधानमंत्री रहे और पाकिस्तान के हिस्से में जन्म लेने के बाद भी वह वहां कभी नहीं गए क्योंकि उन्होंने कहा था कि आतंकवाद और दोस्ती साथ-साथ नहीं चल सकता है। यह उनकी नीति रही। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिना घोषणा किए पाकिस्तान गए और जब चुनाव आया है तब वह पाकिस्तान के बारे में बात कर रहे हैं।