झारखंड के सीएम रघुबर दास ने ट्वीट करके विशुनपुर में बीजेपी प्रत्याशी श्री सुदर्शन भगत के समर्थन करते हुए वहाँ भी भाजपा सरकार बनाने की अपील की, उन्होने लिखा- जन-जन के मन में मोदी जी बसते हैं। आज विशुनपुर में बीजेपी प्रत्याशी श्री सुदर्शन भगत के साथ चुनाव प्रचार में हिस्सा लिया। लोगों के बीच मोदी जी को दोबारा प्रधानमंत्री बनाने को लेकर गजब का उत्साह है। विशुनपुर की जनता से अपील है कि एक स्थिर सरकार, त्वरित फैसले लेने वाली सरकार के लिए वोट करें। ये चुनाव देश की 130 करोड़ जनता के भविष्य के लिए है। ये चुनाव देश की दिशा तय करेगा। इसलिए फिर एक बार मोदी जी को प्रधानमंत्री मनाएं, विकास का साथ दें। 2004 से 2014 तक कांग्रेस की सरकार ने हमें क्या दिया,एक के बाद एक घोटाल,देश की सुरक्षा से खिलवाड ,किसानों को धोखा,गरीबों को धोखा, हमें ये कुशासन नहीं चाहिए, हमें मोदी जी का नेतृत्व चाहिए क्योंकि मोदी जी के नेतृत्व का अर्थ विकास, समृद्धि और सुशासन है, हर चुनाव कांग्रेस गरीबी हटाओ के नारे पर लड़ी, लेकिन 55 साल में देश के गरीब और गरीब होते गए। फिर एक बार कांग्रेस के शहजादे ने गरीबी हटाओ का नारा दिया है, न्याय की बातें कर रहे हैं। सोचिए, 55 साल में ये गरीबी नहीं हटा सके तो अब 5 साल में क्या करेंगे? विशुनपुर की जनता से अपील है कि जब भी कांग्रेसी आपके पास आएं तो उनसे पूछिए -55 साल तक कांग्रेस ने गरीबों के लिए क्या किया? 55 साल तक कांग्रेस ने युवाओं के लिए क्या किया?55 साल तक कांग्रेस ने किसानों के लिए क्या किया? सवाल पूछना आपका अधिकार हैए कांग्रेस वालों से ये पूछिएगा जरूर। पिछले 5 साल में मोदी जी के नेतृत्व में लोहरदगा विकास के पथ पर तेजी से आगे बढ़ा है। घर-घर बिजली पहुंच चुकी है, घर-घर शौचालय है, गरीबों को घर मिल रहा है, युवाओं को रोजगार दिया जा रहा है। मोदी जी ने हर गरीब को मुफ्त में विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सेवाओं की सौगात दी। आयुष्मान भारत के तहत झारखण्ड के 68 लाख में से 57 लाख परिवारों का 5 लाख का मुफ्त बीमा कराया गया है। 108 एंबुलेंस आपात स्थिति में आपकी सेवा के लिए दिन-रात काम कर रही है,राहुल गांधी सोने की चम्मच लेकर पैदा हुये हैंए वो क्या जानें गरीबों का दर्द। हेमन्त सोरेन क्या जानें आदिवासियों का दर्द। जब सत्ता में आए तो बालू का ठेका किसे दिया ये लोग जानते हैं। ये सोरेन परिवार जब जब सत्ता में आता है, आदिवासी मूलवासी को भूल जाता है।