पेरिस। कौतूहल का विषय रहे ब्लैक होल की पहली तस्वीर दुनिया के सामने आई है। वैज्ञानिकों ने इसे एक बड़ी उपलब्धि मानते हुए ब्रेकथ्रू करार दिया। उनका मानना है कि यह एक ऐतिहासिक पल है, क्योंकि इससे ब्रह्मांड के रहस्यों को समझने के तरीकों में क्रांतिकारी बदलाव आएंगे। इस तस्वीर में गैस और धूल का परिवेश नजर आ रहा है। वैज्ञानिकों के मुताबिक, ब्लैक होल पृथ्वी से 5.35 करोड़ प्रकाश वर्ष दूर एम-87 आकाशगंगा के बीच स्थित है। यह सूरज से 600 करोड़ गुना बड़ा है। इस तस्वीर के लिए दुनिया के 6 देश एरिजोना, हवाई, स्पेन, मैक्सिको, चिली और दक्षिणी ध्रुव में इवेंट हॉरिजोन टेलीस्कोप लगाया गया था। इसका निर्माण खासतौर पर ब्लैक होल की तस्वीर लेने के लिए ही किया गया था। सैद्धांतिक तौर पर ब्लैकहोल एक ऐसा ब्रह्मांडीय जाल है, जिससे प्रकाश या कोई भी भौतिक द्रव्य वापस नहीं आ सकता। 20 साल में परिक्रमा कर पाते हैं तारे। यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के खगोलविद और ब्लैक होल के विशेषज्ञ पॉल मैक्नमारा ने कहा- पिछले 50 साल से ज्यादा समय से वैज्ञानिकों ने देखा है कि हमारी आकाशगंगा के केंद्र में कुछ बहुत चमकीला है। ब्लैक होल में इतना मजबूत गुरुत्वाकर्षण है कि तारे 20 साल में इसकी परिक्रमा कर पाते हैं। हमारी सौर प्रणाली में आकाशगंगा की परिक्रमा में 23 करोड़ साल लगते हैं।