दिल्ली के बीकानेर हाउस में अब नहीं होगी व्यावायिक गतिविधियां, गहलोत सरकार ने लिया इसे बंद करने का निर्णय

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जयपुर। दिल्ली के बीकानेर हाउस में अब व्यावायिक गतिविधियां नहीं होगी। राजस्थान की पूर्ववर्ती सरकार ने बीकानेर हाउस में व्यावसायिक गतिविधियां प्रारंभ की थी तो अब अशोक गहलोत सरकार ने इसे बंद करने का निर्णय लिया है। दिल्ली में स्थित राजस्थान सरकार की आधा दर्जन संपतियों में से एक बीकानेर हाउस राजधानी में इंडिया गेटे के पास पंडारा रोड़ पर स्थित है। तत्कालीन वसुंधरा राजे सरकार ने बीकानेर हाउस को कल्चरल हब बनाने के नाम पर प्रशासनिक सेवा बिल्डिंग को व्यावसायिक गतिविधियां शुरू करने के लिए खोल दिया था, लेकिन अब अशोक गहलोत सरकार इन तमाम व्यावसायिक गतिविधियों को बंद करने जा रही है। व्यावसायिक गतिविधियां संचालित करने के लिए पूर्ववर्ती राजे सरकार ने बीकानेर हाउस के मुख्य भवन से राजस्थान सरकार के 12 से अधिक विभागों के दफ्तर मुख्य बिल्डिंग के पीछे की तरफ बने छोटे बैरकों में शिफ्ट कर दिया था। इनमें पर्यटन  विभाग, रीको, आरएफसी, आरटीडीसी, डीआईपीआर, सार्वजनिक निर्माण विभाग के दफ्तर शामिल है। बीकानेर हाउस न केवल प्रदेश का राष्ट्रीय राजधानी में प्रशासनिक केन्द्र बल्कि ऐतिहासिक धरोहर को समेटे हुए भव्य इमारत भी है । ऐसी धरोहर को सहेजने की बजाय वसुंधरा राजे सरकार ने दिल्ली के हाट बाजार की तर्ज पर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय हस्तिशल्प कला केंद्र बनाने के लिए यहां चोर बिजार रेस्टोरेंट और बॉलरूम खोल दिए थे । चार बिजार थीम पर खोले गए रेस्टोरेंट में कोई भी फर्नीचर एक जैसा नही है । राज्य के मुख्य सचिव डी.बी गुप्ता ने कहा कि बीकानेर हाउस को कमर्शियल एक्टिविटी से मुक्त कर दिया जाएगा, लेकिन हाउस का खर्चा चलाने के लिए कल्चरल एक्टिविटी जारी रहेगी। कई मुख्य विभागों के कार्यालय मूल स्वरूप में मुख्य बिल्डिंग में शिफ्ट हो जाएंगे ।