भारत ने अंतरिक्ष में एंटी मिसाइल से एक लाइव सैटेलाइट को मार गिराते हुए आज अपना नाम अंतरिक्ष महाशक्ति के तौर पर दर्ज कराया और ऐसी क्षमता हासिल करने वाला दुनिया का चौथा देश बन गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मिशन शक्ति को लेकर राष्ट्र को संबोधित करने के तुरंत बाद इस सफल अभियान के संचालन में शामिल वैज्ञानिकों से विडियो कांफ्रेंस के माध्यम से बातचीत की और उन्हें बधाई दी। प्रधानमंत्री ने इस सफलता पर वैज्ञानिकों को बधाई देते हुए कहा कि निर्धारित लक्ष्य को हासिल करने के लिए पूरा देश अपने वैज्ञानिकों पर गर्व कर रहा है। मोदी ने कहा कि मिशन शक्ति के सफल परीक्षण से भारत उपग्रह रोधी प्रक्षेपास्त्र के माध्यम से उपग्रहों को सफलतापूर्वक निशाना बनाने की क्षमता वाला विश्व का चौथा देश बन गया है। प्रधानमंत्री कार्यालय के बयान के अनुसार मोदी ने कहा मेक इन इंडिया पहल के अनुरूप वैज्ञानिकों ने विश्व को यह संदेश दिया है कि हम किसी से कम नहीं हैं। उन्होंने कहा कि भारत वसुधैव कुटुंबकम के दर्शन का अनुसरण करता है। इसके अनुसार पूरा विश्व एक परिवार है।उन्होंने इस बात पर बल दिया कि शांति और सद्भाव के लिए काम करने वाली शक्तियों को शांति की प्राप्ति के लिए हमेशा शक्ति संपन्न बने रहना होगा। प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि वैश्विक शांति और क्षेत्रीय शांति के लिए भारत को सक्षम और मजबूत बनना पड़ेगा। मोदी ने कहा कि इस प्रयास में वैज्ञानिकों ने समर्पण के साथ योगदान दिया है। उन्होंने केन्द्रीय मंत्रिमंडल की ओर से वैज्ञानिकों को बधाई दी। बयान में कहा गया है कि वैज्ञानिकों ने इस अवसर पर प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया।प्रधानमंत्री ने कहा हमारे वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष में 300 किमी दूर पृथ्वी की निचली कक्षा एलईओ में एक लाइव सैटेलाइट को मार गिराया है। यह लाइव सैटेलाइट एक पूर्व निर्धारित लक्ष्य था जिसे एंटी सैटेलाइट द्वारा मार गिराया गया है। यह अभियान तीन मिनट में सफलतापूर्वक पूरा किया गया है। इस अभियान से जुड़े वैज्ञानिकों को बधाई देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत अंतरिक्ष में निचली कक्षा में लाइव सैटेलाइट को मार गिराने की क्षमता रखने वाला चौथा देश बन गया है। अब तक यह क्षमता अमेरिका रूस और चीन के ही पास थी।