नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को राष्ट्रपति भवन में आयोजित कार्यक्रम में पद्म पुरस्कार वितरित किए। इन नामचीन हस्तियों में एक नाम ऐसा भी शामिल रहा, जो दिन में चाय बेचकर पैसा कमाते हैं और अपनी कमाई को गरीब बच्चों की पढ़ाई के लिए खर्च कर देते हैं। अपने नेक काम से शख्स से शख्सियत बन चुके ये हैं डी प्रकाश राव। राव ओडिशा के कटक के रहने वाले हैं और पिछले कई सालों से चाय बेच रहे हैं। खास बात ये है कि राव चाय से होने वाली कमाई का बड़ा हिस्सा समाज के लिए खर्च कर रहे हैं। वे अपनी कमाई से गरीब बच्चों को शिक्षा और खाने का समान उपलब्ध करवाते हैं। शुरूआत में स्कूल चलाने का पूरा खर्चा वो खुद उठाते थे, लेकिन अब कुछ अन्य लोग भी इस काम में उनकी मदद कर रहे हैं। वे स्कूल आने वाले बच्चों को दूध और फ्रूट भी उपलब्ध करवाते हैं। साथ ही प्रकाश राव बच्चों को पढ़ाते भी हैं। राव 7 साल की उम्र से काम कर रहे हैं और लॉअर टॉर्सो पैरालाइसिस से पीड़ित हैं। अभी तक 200 से अधिक बार रक्त दान कर चुके प्रकाश राव की तारीफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 मई, 2018 को रेडियो पर मन की बात करते हुए इनकी तारीफ की थी। उस दौरान पीएम मोदी ने भी कहा था कि पिछले 50 साल से चाय बेचने वाले प्रकाश राव अपनी आधी आमदनी 70 गरीब बच्चों की शिक्षा पर खर्च करते हैं। वो हम सब के लिए एक प्रेरणास्त्रोत हैं। बता दें कि डी. प्रकाश राव कटक के बख्शीबाजार में एक स्लम में रहते हैं। यहीं उनकी चाय की दुकान भी है। प्रकाश बचपन में पढ़ाई करना चाहते थे, लेकिन उनके पिता उनसे अपने काम में मदद चाहते थे। जब वो ग्यारहवीं क्लास में थे तो उनके पिता को गंभीर बीमारी हो गई। इस वजह से पढ़ाई छोड़ वो दुकान चलाने लगे। हालांकि बाद में उन्होंने 2000 में एक स्कूल खोला और झुग्गी झोपड़ियों के बच्चों को पढ़ाना शुरू किया।