रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ वन एवं खनिज संपदा से परिपूर्ण प्रदेश है यहां पैसे की कोई कमी नहीं है, उनकी सरकार द्वारा जनहित और प्रदेश के विकास में किए गए सभी वादे पूरा करेगी। मुख्यमंत्री ने कबीरधाम जिले के ग्राम पाढ़ी में मरार पटेल समाज द्वारा आयोजित मां शांकभरी महोत्सव का दीप प्रज्जवलित कर शुभारंभ किया और इस आयोजन के लिए मरार पटेल समाज सहित सभी क्षेत्रवासी को बधाई एवं शुभकामना दी। मुख्यमंत्री के कवर्धा जिला में प्रथम आगमन पर विशाल पुष्प माला पहनाकर और हल;नागरद्ध भेंट कर उनका अभूतपूर्व स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने और किसानों की खुशहाली के लिए किसानों की जरूरतों के अनुसार योजनाएं बनायेंगे। इस दिशा में भू.जल स्तर बढ़ाने के लिए नदी, नालों, चेकडेम नरवा आदि के संवर्धन तथा मवेशियों गरूवा के संरक्षण के लिए पंचायतों में तीन से पांच एकड़ जमीन चिन्हित कर गौठान बनाया जायेगा, जहां चारा-पानी, प्लेट फार्म, शेड आदि की व्यवस्था की जायेगी। उन्होंने कहा कि घुरूवा विकास के तहत वर्मी एवं कम्पोस्ट खाद तैयार करने के साथ ही गोबर गैस से ईधन की पूर्ति की जायेगी। बाड़ी विकास के तहत साग-सब्जी एवं उद्यानिकी फसलों को बढ़ावा दिया जायेगा तथा इसके लिए किसानों को उचित दाम दिलाने के लिए बाजार व्यवस्था भी की जायेगी। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के उद्देश्य से ही नरवा, गरूवा, घुरूवा और बाड़ी विकास की योजना शुरू की गई है। मुख्यमंत्री ने भारी बहुमत से नई सरकार बनाने के लिए जनता को खासकर अन्नदाता किसानों के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद दो घंटे में ही किसानों के कर्ज माफी का निर्णय लिया और दस हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की कर्जमाफी किया गया। इसके साथ ही 2500 रुपए प्रति क्विंटल धान की खरीदी की गई। उन्होंने कहा कि तेंदूपत्ता ढाई हजार रुपए से बढ़ाकर चार हजार रुपए किया गया तथा बस्तर क्षेत्र में 17 सौ किसानों की जमीन वापस कराई गई। खाद्य, वन एवं परिवहन मंत्री मोहम्मद अकबर ने अपने संबोधन में कहा कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत प्राथमिकता धारी हर परिवार को हर माह 35 किलो चावल दिया जायेग। उन्होंने किसानों को अपनी सुविधा और मर्जी के अनुसार बोर खनन के लिए बोर खनन पर लगी प्रतिबंध को हटाने, 83 गांवों में जमीन की खरीद ब्रिक्री पर लगी रोक हटाने, भोरमदेव टाईगर रिजर्व प्रोजेक्ट निरस्त कराने के साथ ही किसानों का कर्जमाफी, 25 सौ रुपए प्रति क्विंटल में धान खरीदी की जानकारी देते हुए कहा कि जनता ने हम पर जो विश्वास किया हंै, उस पर हम खरे उतरेंगे। उन्होंने कहा कि बिजली बिल हाफ करने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री ने पंडरिया विधायक श्रीमती ममता चंद्राकर द्वारा की गई विभिन्न मांगों जलाशय विकास, अस्पताल, नगर पंचायत का दर्जाए आईटीआई, महाविद्यालय, पहुंच मार्ग आदि को अगले पांच साल में पूरा करने का आश्वासन दिया। पंडरिया विधायक श्री ममता चंद्राकर ने गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ के तहत ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में शुरू किये गये योजना के बारे में बताया और कहा कि बाड़ी विकास में मरार पटेल समाज का बहुत बड़ा योगदान है।