कोरबा। दल से बिछड़े दंतैल ने दूसरे दिन एक वृद्ध की जान ले ली। दंतैल की आक्रमकता को ग्रामीणों ने करीब से देखा है, ऐसे में शाम ढलते ही दहशत के साए में रात गुजर रही है। ग्रामीणों की रातों की नींद उड़ने के साथ सुख-चैन तबाह हो गया है। कटघोरा वनमंडल के केंदई परिक्षेत्र कोरिया जिले से सटा है। यहां से ही लगभग 7 से 8 हाथी कटघोरा वनमंडल में प्रवेश किए। केंदई परिक्षेत्र के जंगल में विचरण कर रहे हैं। इनमें से ही एक दंतैल हाथी झुंड से अलग हो गया है। अब जानमाल को नुकसान पहुंचा रहा है। वैसे भी दल से बिछड़ने के बाद हाथी पहले से अधिक आक्रामक हो जाते हैं। शनिवार की दरम्यानी रात केंदई परिक्षेत्र के कोरबी वृत्त अंतर्गत ग्राम पंचायत घुचापुर के भरार्डुग्गूपारा में टीले पर झोपड़ी बनाकर रह रहे एक परिवार के घर दंतैल हाथी घुस गया था। यहां महिला को मौत को घाट उतार दिया था। किसी तरह तीन अन्य लोगों ने भागकर जान बचाई थी। रातभर गांव में दहशत का माहौल रहा। दंतैल हाथी आगे बढ़ते हुए अब केंदई परिक्षेत्र के दमहामुड़ा के जंगल में विचरण कर रहा है। दूसरे दिन रात्रि लगभग 9:30 बजे जंगल की सीमा से निकलकर दमहामुड़ा गांव में प्रवेश कर गया। यहां घर में सो रहे सुमार साय पिता हुकुम साय रावत 70 वर्ष को पटक-पटककर मार डाला। इसकी जानकारी वन विभाग को दी गई। कटघोरा वनमंडल के एसडीओ प्रेमलता यादव के नेतृत्व में एक टीम दमहामुड़ा पहुंची। दंतैल हाथी को जंगल की सीमा पर ही रोकने कवायद की। मृतक के परिजनों को 25 हजार रुपए की तात्कालिक सहायता राशि दी गई। हाथी मित्र दल को दंतैल की निगरानी में लगा दिया गया है। झुंड से बिछड़ने पर हाथी काफी आक्रामक हो जाते हैं। जानमाल को नुकसान पहुंचाते हैं। दल से अलग दंतैल हाथी भी आक्रामक हो गया है। उसे शांत करने समय रहते वन विभाग को दल से मिलाना होगा। बताया जा रहा है कि इसके लिए वन विभाग ने कवायद भी शुरू कर दी है। इधर, कोरबा वनमंडल में विचरण कर रहे हाथियों के दल ने ग्राम करूमौहा के एक किसान की बाड़ी उजाड़ दी है। पौधों को तहस-नहस कर दिया। पैरों तले सब्जियों को रौंद दिया। इसके बाद यह दल आमाडाड़ के जंगल में डेरा जमाया हुआ है। बाड़ी में उत्पात मचाए जाने की सूचना वन विभाग को दी गई। जिसके बाद टीम मौके पर पहुंची और किसान को हुए नुकसान का आंकलन लगाया।