प्रदेश लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ अनिश्चितकालीन आंदोलन में दल बल के साथ शामिल l

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प्रदेश लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ के प्रांतीय महामंत्री सुदामा ठाकुर एवं जिला अध्यक्ष पन्नालाल देववंशी के नेतृत्व उपस्थिति में दिनांक 24.08.2022 को समय 12:00 बजे जिला कार्यालय गरियाबंद में जिला लिपिक संघ गरियाबंद के प्रमुख पदाधिकारियों की आवश्यक बैठक आहूत की गई थी, जिसमें अधिकारी/कर्मचारी फेडरेशन के प्रांतीय आवाहन में आयोजित अनिश्चितकालीन हड़ताल में शामिल होने अथवा नहीं के संबंध में विस्तृत चर्चा किया गया!


सब को ज्ञात है कि फेडरेशन के आवाहन पर पूर्व में संपन्न एकदिवसीय तथा पांच दिवसीयअनिश्चितकालीन आंदोलन में लिपिक संघ की प्रमुख भूमिका रही है किंतु फेडरेशन के अनिश्चितकालीन आंदोलन दिनांक 22.08.2022 से लिपिक संघ ने अपने प्रांतीय अध्यक्ष के निर्देशन में दूरी बना रखी थीl प्रांतीय अध्यक्ष के एकाएक फेडरेशन से दूरी बनाने के निर्णय से कतिपय सदस्यों द्वारा नाराजगी व्यक्त करते हुए की लिपिक संघ इस क्रमिक आंदोलन में पूर्व से सक्रिय एवं प्रमुख भूमिका में रहा है, जिसके परिणाम स्वरूप शासन प्रशासन को 6% डीए देने की घोषणा करने के लिए बाध्य होना पड़ा था! इसके एवज में कई कर्मचारियों को अपना 5 दिन का वेतन भी कटवाना पड़ा हैl शासन द्वारा संतोषप्रद D. A.प्रदान नहीं करने से अधिकारी कर्मचारियों में असंतोष व्याप्त होने व पूर्व निर्धारित निर्णय के अनुक्रम में फेडरेशन द्वारा 22.08.2022 से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाना निश्चित हुआ था, किंतु लिपिक संघ के प्रांतीय अध्यक्ष द्वारा यह तर्क देते हुए की फेडरेशन अपने मूल उद्देश्य से भटक गया है वह मात्र अपनी लाज बचाने तथा आधा प्रतिशत अतिरिक्त DA प्राप्त करने के लिए हड़ताल कर रहा हैl लिपिक संघ को आधा प्रतिशत के लिए हड़ताल पर झोंकना उचित नहीं हैl अतः लिपिक संघ अनिश्चितकालीन हड़ताल में शामिल नहीं होगा की घोषणा किया गयाl प्रांतीय अध्यक्ष द्वारा अपने उक्त कथन की पुष्टि हेतु विजय झा का एक वीडियो भी शेयर किया गया था l
प्रांतीय अध्यक्ष द्वारा हड़ताल पर नहीं सम्मिलित होने के संबंध में दिया गया तर्क विभिन्न लिपिक सदस्यों को पर्याप्त संतोषप्रद प्रतीत नहीं होने तथा निर्णय उचित समय पर नहीं लेने के कारण संघ की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया गयाl
लिपिक संघ के सक्रिय सदस्यों के इस प्रकार एक-एक कर संघ के प्रांतीय अध्यक्ष के निर्णय का विरोध मुखर होने एवं संघ की एकता खंडित प्रदर्शित होने के कारण प्रांतीय निर्णय का बैठक में विश्लेषण किया गया, जिसमें यह तथ्य प्रकाश में आया कि फेडरेशन द्वारा निर्धारित क्रमिक आंदोलन प्रमुख दो मांगों पर केंद्रित था जिसमें DA और HRA शामिल है, जिस पर सभी संगठनों की आम सहमति बनी थी l संगठनों के निजी मांग की पूर्ति हेतु फेडरेशन का गठन नहीं किया गया था lक्रमिक आंदोलन के अंतिम चरण में एकाएक प्रदेश अध्यक्ष द्वारा लिपिकों की वेतन विसंगति का मुद्दा उठाकर फेडरेशन से दूरी बनाना उचित नहीं है साथ ही फेडरेशन के प्रांतीय सदस्यों के मध्य यदि कोई वैचारिक मतभेद था तो उसे उसी समय हल कर लिया जाता अथवा अन्यथा की स्थिति में प्रदेश के अन्य लिपिक पदाधिकारियों से इस विषय पर आंदोलन तिथि के पूर्व विचार-विमर्श कर निर्णय लिया जाता, परंतु लिपिक संघ के प्रांतीय अध्यक्ष द्वारा ऐसा नहीं किया गया l
गरियाबंद जिले के लिपिकों का पूर्व अनुभव रहा है कि प्रदेश अध्यक्ष द्वारा सदैव अपने व्यक्तिगत विचार को संघ की विचारधारा से ऊपर रखा जाता रहा है, जो इस बार पुनः देखने को मिला है lअतः गरियाबंद जिले के लिपिकों ने यह सर्वसम्मति से निर्णय लिया है कि वे इस बार प्रांतीय अध्यक्ष के व्यक्तिगत निर्णय से कोई सरोकार नहीं रखते हुए दिनांक 26.08.2022 से फेडरेशन के आवाहन पर जारी अनिश्चितकालीन आंदोलन में दल बल के साथ शामिल होंगे l
बसंत मिश्रा
जिला सचिव
प्रदेश लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ गरियाबंद