अभिजीत बनर्जी ने दिल्ली में पत्नी एस्तर डुफ्लो के साथ पीएम से मुलाकात की

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नई दिल्ली। अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार अर्जित कर देश का नाम रोशन करने वाले अभिजीत बनर्जी ने मंगलवार को दिल्ली में पत्नी एस्तर डुफ्लो के साथ पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। पीएम ने बाद में ट्वीट कर उनके साथ फोटो साझा करते हुए मुलाकात को सार्थक बताया और कहा कि देश को उनकी उपलब्धि पर गर्व है, भावी प्रयासों के लिए उन्हें शुभकामनाएं। वहीं मुलाकात के बाद पत्रकारों से चर्चा में अभिजीत ने कहा कि चर्चा सौहार्दपूर्ण रही। पीएम ने उन्हें सचेत कर दिया था कि मीडिया उन्हें मोदी विरोधी बयान के लिए उकसाएगा। अभिजीत बनर्जी भारत में जन्मे अमेरिका की मैसाचुसेट्स यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हैं। उन्हें उनकी पत्नी डुफ्लो व माइकल क्रीमर के साथ गरीबी उन्मूलन के प्रयोगात्मक दृष्टिकोण के लिए संयुक्त रूप से 2019 का अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार मिला है। अभिजीत सपत्नीक भारत आए हुए हैं। मंगलवार को दिल्ली में उन्होंने पीएम मोदी से मुलाकात की। इसके बाद पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, नोबेल विजेता अभिजीत बनर्जी के साथ उत्कृष्ट मीटिंग हुई। चर्चा में मानवीय सशक्तीकरण के प्रति उनका जुनून साफ दिखा, भावी प्रयासों के लिए उन्हें शुभकामनाएं। हमारे बीच विभिन्ना मसलों पर स्वस्थ व गहन चर्चा हुई। देश को उनके अलंकरण पर गर्व है। पीएम से मुलाकात के बाद अभिजीत मीडिया से रूबरू हुए। शुरूआत में ही उन्होंने स्पष्ट किया कि पीएम ने उन्हें मीडिया के बारे में सचेत किया कि वह उनसे मोदी विरोधी टिप्पणी कराने का प्रयास करेगा। बनर्जी ने कहा, मेरी पीएम के साथ सौहार्दपूर्ण व अच्छी मीटिंग हुई। पीएम मोदी ने बातचीत की शुरूआत एक मजाक के साथ की कि कैसे मीडिया मुझे मोदी विरोधी बातें करने लिए उकसाएगा। अभिजीत ने कहा कि प्रधानमंत्री टीवी देखते हैं और उनकी हर चीज पर नजर रहती है, वह मीडिया वालों को देख रहे हैं। नोबेल विजेता ने कहा, वह (मोदी) टीवी देख रहे हैं और आप लोगों को भी देख रहे हैं। उन्हें पता है कि आप लोग क्या करने की कोशिश में हैं। एक पत्रकार ने अभिजीत से देश में आर्थिक सुस्ती को लेकर सवाल पूछा था। लेकिन बनर्जी ने आर्थिक स्थिति व सरकार की नीतियों पर सवालों का जवाब देने से इनकार कर दिया। नोबेल विजेता ने मंगलवार को भले कोई टिप्पणी नहीं की, लेकिन वह पहले कह चुके हैं कि देश के बैंकिंग क्षेत्र का संकट बेहद गंभीर और भयावह है। हमें इस पर चिंतित होना चाहिए। तत्काल महत्वपूर्ण बदलाव की जरूरत है।
भाजपा नेता व कुछ केंद्रीय मंत्री बनर्जी की आलोचना कर चुके हैं। पिछले हफ्ते केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने उन्हें वामपंथी विचारधारा से जुड़ाव रखने वाला बताया। गोयल ने यह भी कहा था कि उनके विचारों को भारत की जनता खारिज कर चुकी है। ज्ञात हो कि लोकसभा चुनाव के पूर्व कांग्रेस द्वारा पेश की गई न्याय योजना उन्हीं ने तैयार की थी। इसमें गरीबों को न्यूनतम आय (72 हजार रुपए सालाना) की गारंटी का वादा किया गया था।