मध्य प्रदेश में बढ़ रही पानी की दिक्कतों को लेकर कांग्रेस सरकार गंभीर नजर आ रही है। यही वजह है कि प्रदेश सरकार में नगरीय विकास मंत्री जयवर्धन सिंह ने 378 नगरीय निकायों में रोजाना पीने के पानी की सप्लाई के लिए 500 इलेक्ट्रॉनिक बसें खरीदने की बात की है। उन्होंने कहा कि इस योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए इजरायल की तकनीक के उपयोग किया जा सकता है। जयवर्धन सिंह बीते गुरुवार को इजरायल के काउन्सुलेट जनरल याकोब फिनकेलस्टेन से चर्चा कर रहे थे। मंत्री जयवर्धन ने कहा कि वॉटर सप्लाई के लिए रिसाइकलिंग और वॉटर मैनेजमेंट और वॉटर कंजर्वेशन और वॉटर ट्रीटमेंट में इजरायल की तकनीक का उपयोग किया जा सकता है। जयवर्धन सिंह ने कहा कि इजरायल जल-संरक्षण के क्षेत्र में विश्व में सबसे आगे चल रहा है। उन्होंने बताया कि इजरायल में कम वर्षा के बावजूद वहां के नागरिकों के लिए पानी की बेहतर सुविधा उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि नगर निगमों में इजराश्ल के सहयोग से जल प्रबंधन की शुरूआत की जा सकती है। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार पेयजल परिवहन के लिये 500 इलेक्ट्रॉनिक बस खरीदने जा रही है। उन्होंने कहा कि इजरायल मध्य प्रदेश में इलेक्ट्रिक बसों के उत्पादन सहित अन्य उद्योग भी लगा सकता है। इजरायल में पानी की सालाना मांग अब 2,000 मिलियन क्यूबिक मीटर पहुंच चुकी है। इसमें से करीब 50 फीसदी पानी खेती के काम आती है। यहां जब पानी की उपलब्धता अच्छी हुआ करती थी, तब कुल पानी का दो-तिहाईं हिस्सा प्राकृतिक स्रोतों से यानी भूजल से प्राप्त होता था। करीब एक तिहाई हिस्सा सतह पर मिलता था। अब सतह पर मिलने वाला पानी पंप के जरिए लाया जाता है। अब समुद्र से पानी पंप से खींचकर लाया जाता है और उसे मीठा जल में तब्दील किया जाता है। इजरायल बर्बाद हो चुके पानी का 75 फीसदी हिस्सा पहले से ही रिसाइकल करता आ रहा है। समुद्र के पानी और खारे पानी को मीठा बनाने में इजराइल विश्व में अग्रणी है।