लाहौर, प्रेट्र। भारत-पाकिस्तान के बीच रावी नदी के बाढ़ वाले इलाके में पुल बनाने को लेकर पैदा हुए मतभेद के बाद करतारपुर कॉरिडोर के निर्माण में अवरोध आ गया है। एक मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। बता दें कि नवंबर 2018 में दोनों देश पाकिस्तान के गुरुद्वारा दरबार साहिब को भारत के डेरा बाबा नानक श्राइन से जोड़ने के लिए एक कॉरिडोर बनाने पर सहमत हुए थे। सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव ने अपने जीवन के अंतिम 18 वर्ष दरबार साहिब में बिताए थे। पाकिस्तान के अखबार द एक्सप्रेस ट्रिब्यून के मुताबिक कॉरिडोर निर्माण के तौर-तरीकों पर चर्चा के लिए सोमवार को दोनों देशों के विशेषज्ञों की बैठक हुई थी। बैठक लगभग एक घंटे तक चली। इस दौरान दोनों देशों के प्रतिनिधियों ने निर्माण कार्य के विवरण का आदान-प्रदान किया। खबर में कहा गया है कि भारत चाहता है कि रावी नदी पर एक किमी लंबा पुल बने जबकि पाकिस्तान का सुझाव है कि इस जगह पर सड़क बनाई जानी चाहिए। भारतीय अधिकारियों ने नदी में बाढ़ की संभावना का हवाला देते हुए सड़क पर आपत्ति जताई। हालांकि इस मुद्दे पर पाकिस्तानी अधिकारियों का कहना था कि सड़क के चारों ओर एक बांध बनाया जा सकता है और बाढ़ का पानी सड़क पर नहीं आए इसके लिए सड़क का झुकाव अधिक रखा जा सकता है। बिना किसी निर्णय के जहां यह बैठक खत्म हो गई, वहीं दोनों देश अगली बैठक की तारीख पर भी सहमत नहीं हो सके। भारत की तरफ से जहां विदेश मंत्रालय, गृह मंत्रालय, विमानपत्तन प्राधिकरण, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारी मौजूद थे, वहीं पाकिस्तान की तरफ से संघीय जांच एजेंसी, सीमा शुल्क, पाकिस्तान रेंजर्स पंजाब और सर्वे आॅफ पाकिस्तान के अधिकारी मौजूद थे।