आम आदमी पार्टी ने किया प्रचार अभियान का दूसरा फेज लांच, घर-घर जाकर की मतदाताओं से मुलाकात

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आम आदमी पार्टी (आप) ने बुधवार को लोकसभा चुनाव के प्रचार अभियान के दूसरे फेज को लांच किया। दिल्ली प्रदेश संयोजक गोपाल राय व उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा प्रत्याशी की मौजूदगी में बाबरपुर इलाके से इसकी शुरूआत हुई। इस दौरान घर-घर जाकर वोटर से आप नेताओं ने मुलाकात की। मेगा जनसंपर्क अभियान नामक इस फेज में पार्टी दिल्ली के करीब 35 लाख मतदाताओं से सीधे संपर्क करने की कोशिश करेगी। इस दौरान भाजपा के सातों सांसदों के बीते पांच साल के कामों का खुलासा किया जाएगा। गोपाल राय ने बताया कि दिल्ली का एक बहुत बड़ा तबका नौकरीपेशा है। यह लोग चाहकर भी आप की चुनावी सभाओं में शामिल नहीं हो पाते। इनको केंद्र में रखकर पार्टी ने मेगा जनसंपर्क अभियान शुरू किया है। इसकी अगुवाई आप के 13,814 बूथ अध्यक्ष कर रहे हैं। वहीं, करीब 70 हजार विजय प्रमुख इनको सहयोग देंगे। अभियान पर निकले कार्यकर्ता आम मतदाताओं को बताएंगे कि दिल्ली को पूर्ण राज्य की जरूरत क्यों है और इसके फायदे क्या-क्या होंगे। कार्यक्रम में मौजूद आप प्रत्याशी दिलीप पांडेय ने आरोप लगाया कि पांच साल पहले बड़े-बड़े वादों के साथ सत्ता हासिल करने वाली भाजपा की सरकार पूरी तरह नाकाम रही है। यहां तक कि भाजपा ने दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने का वादा 2014 के अपने घोषणा पत्र में किया था। लेकिन आज पूरी भाजपा इससे मुकर रही है। पार्टी कार्यालय में बुधवार शाम दिलीप पांडेय व गोपाल राय ने उत्तर पूर्वी दिल्ली से भाजपा सांसद मनोज तिवारी के पांच साल के कार्यकाल की रिपोर्ट मीडिया के सामने जारी की। दिलीप पांडेय ने बताया कि 2014 के घोषणा पत्र में होने के बावजूद सांसद ने संसद में पूर्ण राज्य पर कोई सवाल नहीं किया। वहीं, मेट्रो के बढ़े किराये पर भी वह संसद में नहीं बोले। सीलिंग रुकवाने के लिए संसद में काई प्रस्ताव नहीं लाए। आदर्श ग्राम योजना के तहत गोद लिए गांवों के विकास को 31 मार्च 2019 तक कोई प्लान नहीं बनाया था। दिलीप पांडेय के मुताबिक, अतिथि शिक्षकों व भाजपा शासित एमसीडी में काम कर रहे सफाई कर्मियों को पक्का करने के लिए भी कोई काम नहीं किया। सिर्फ दस बार संसद की बहस में शिरकत की। संसद में पूछे गए एक सवाल के जवाब में मनोज तिवारी को बताया गया कि दिल्ली में अपराध बढ़ रहै हैं, बावजूद सिस्टम ठीक करने के लिए उन्होंने कुछ नहीं किया।