जयपुर – राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि देश की जनता सीमाओं की रक्षा कर रहे जवानों के साथ खडी है। जैसलमेर जिले के तनोट मंदिर में दर्शन के बाद उपस्थित लोगो को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पुलवामा की घटना के बाद पूरे देश ने एकता दिखाई है और सभी राजनीतिक पार्टियों ने एकजुट होकर आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है। उन्होंने कहा कि विभिन्न राज्यों के जवान राज्य की विभिन्न सीमावर्ती चौंकियों पर कठिन परिस्थितियों अकाल-सूखा आंधी रेगिस्तानी इलाके हैं ,50 डिग्री तक तापमान में और सर्दियों में 1 डिग्री से नीचे के तापमान जैसी विषम परिस्थितियों में सीमा की रक्षा कर रहे है। ऐसे नौजवानों के जज्बे और हौसले को हम सलाम करते हैं। इससे पूर्व गहलोत ने बाडमेर में गडरा रोड सीमा सुरक्षा बल की चैक पोस्ट पर पहुंचकर चौकियों का अवलोकन किया और सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियों और जवानों से मुलाकात कर उनसे बातचीत कर उनकी हौसला अफजाई की। गहलोत ने ट्वीट के जरिये कहा कि उन्होंने बीएससफ के अधिकारियों और जवानों के साथ मुलाकात की और उसके साथ लंच किया। उन्होंने सरकार और पूरे प्रदेशवासियों की तरफ से उनको शुभकामनाएं दी। वहीं पुलवामा आतंकवादी हमले में शहीद हुए पांच राज्य के सीआरपीएफ जवानों सहित 40 सीआरपीएफ के जवानों के शहादत के चलते पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने शहीदों के परिजनों को व्यथा को देखते हुए निश्चय किया कि वे आठ मार्च को अपना जन्म दिन नहीं मनायेगी। गहलोत दो दिवसीय सीमावर्ती जिलों के दौरे के कार्यक्रम के तहत बुधवार को गडरा रोड सीमा चौकी के अवलोकन के बाद शाम को तनोट जैसलमेर पहुंचे। जहां उन्होंने तनोट माता मन्दिर दर्शन एवं बबलीवाली बीएसएफ चैक पोस्ट का अवलोकन किया। वे रात्रि विश्राम तनोट में करेंगे। मुख्यमंत्री गुरूवार प्रात: तनोट से रवाना होकर रामदेवरा पोकरणद्ध जायेंगे और वहाँ मन्दिर दर्शन करेंगे। रामदेवरा से वे खाजूवाला बीकानेर जाएंगे और खाजूवाला चैक पोस्ट का अवलोकन करेंगे। गहलोत खाजूवाला से श्रीगंगानगर स्थित हिन्दुमल कोट पहुंच कर वहां स्थित चैक पोस्ट पर जवानों से मुलाकात करेंगे। इसके बाद वे सूरतगढ़ श्रीगंगानगर जाएंगे।