पंधाना- मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में शुक्रवार को एक जोड़े को देखकर लोग हतप्रभ रह गए। क्योंकि दूल्हा 57 साल का और दुल्हन 41 साल की थी। यह इन दोनों का दूसरा विवाह है। दूल्हे ने बताया किसी बेसहारा को सहारा देने के साथ मुझे भी सहारा मिलेगा। मैं मंदिर में भी विवाह कर सकता थाए लेकिन ग्रामीणों ने व जनप्रतिनिधियों ने कहा यह अच्छी पहल है। इसकी जानकारी सबको होना चाहिए इसलिए सामूहिक विवाह में शामिल हुआ। अन्य लोग भी प्रेरित हो सकें। यह कहना है पिपल्या खुर्द निवासी बलिराम महाजन का। उन्होंने बताया मेरी चार बेटियां हैं। तीन का विवाह हो चुका है। सबसे छोटी की शादी 13 मार्च को सामूहिक विवाह में होना है। मेरा कोई बेटा नहीं है। बेटियों ने कहा अकेले रह जाओगे। संयोग से एक महिला मिल गई जो विधवा है। दोनों को अकेला नहीं रहना पड़े इसलिए विवाह के लिए राजी हो गए। मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में आने में झिझक तो हो रही थी लेकिन ग्रामीणों व जनप्रतिनिधियों ने कहा आप किसी को सहारा देकर अच्छा काम कर रहे हो। इसकी सबको जानकारी होना चाहिए। इसलिए घाटाखेड़ी आकर विवाह किया।
बलिराम ने बताया मेरी पत्नी का देहांत 10 साल पहले हो चुका है। बेटियों की भी शादी हो गई है। अगर बेटा होता तो शायद यह निर्णय नहीं लेता। एक भाव यह भी आया है कि मैं किसी अकेली बेसहारा महिला का सहारा बनूं इससे अच्छी बात क्या हो सकती है। बहुत विचार के बाद इंदौर की मनीषा पिता मनोहर के साथ विवाह का निर्णय लिया।