नई दिल्ली। निर्भया केस में चार में से दो दोषियों, विनय शर्मा और मुकेश की क्यूरेटिव पिटीशन सुप्रीम कोर्ट में खारिज हो गई है। अब इनके पास राष्ट्रपति के समक्ष दया याचिका पेश करने का आखिरी विकल्प बचा है। वहीं दो अन्य दोषियों, अक्षय कुमार और पवन गुप्ता के पास क्यूरेटिव पिटीशन और दया याचिका, दोनों विकल्प बचे हैं। उधर, तिहाड़ जेल में फांसी की तैयारियां जारी हैं। इस बीच, तिहाड़ जेल प्रशासन ने चारों दोषियों के पास अपने परिवार से मिलने की आखिरी तारीख तय कर दी गई है। 22 जनवरी को फांसी के लिए तय कर दी गई है और दोषियों के परिवार से मिलने के लिए 20 जनवरी का समय दिया गया है। यानी परिवार से आखिरी बार मिलने के दो दिन बाद चारों को फांसी के फंदे पर टांग दिया जाएगा। तिहाड़ जेल अधिकारियों के मुताबिक, चारों दोषियों को सुबह 7 बजे एक साथ फांसी दी जाएगी। इसकी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। इसके लिए एक चबूतरा भी बनाया गया है। फांसी के फंदों की मजबूती परखने के लिए डमी एक्जिक्यूशन किया जा चुका है। तिहाड़ जेल अधिकारियों के मुताबिक, पटियाला हाउस कोर्ट ने 7 जनवरी को डेथ वारंट जारी किया था। तब मुकेश, पवन और विनय के परिवार वालों ने उनके मुलाकात की थी। अक्षय का परिवार उससे नवंबर में भी मिला था। नियमों के अनुसार, कैदियों के परिजन एक हफ्ते में दो बार मिल सकते हैं। मुकेश की मां शुक्रवार को ही बेटे से मिलने आई थी। 7 जनवरी को जब पटियाला हाउस कोर्ट में सुनवाई हो रही थी तब दोषी मुकेश की मां भी कोर्ट में मौजूद थी। मुकेश की मां ने सुनवाई के बीच में निर्भया की मां आशा देवी से पल्लू फहलाकर बेटे की जान की भीख मांगी थी। इस पर निर्भया की मां ने भी कहा था कि कैसे भूलूं कि मेरी बेटी के साथ क्या हुआ था।