भोपाल। राजधानी भोपाल समेत प्रदेशभर में केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने बुधवार को महा हड़ताल बुलाई है। यह हड़ताल केंद्र सरकार की नीतियों को जनविरोधी बताकर बुलाई जा रही है। इसमें बैंक, बीमा, डाक घर, इनकम टैक्स समेत कई केंद्रीय विभाग और औद्योगिक, निजी, ट्रांसपोर्ट क्षेत्रों के असंगठित मजदूर शामिल होंगे। हड़ताल की गंभीरता को देखते हुए बैंक दो दिन से ग्राहकों को मैसेज कर आठ जनवरी को असुविधा से बचने डिजिटल लेन-देन की सलाह दे रहे हैं। हड़ताल की मुख्य वजह निजीकरण को बढ़ावा देना, पुरानी पेंशन योजना लागू नहीं करना, वेतनमानों में सुधार नहीं करना, बैंकों को मर्ज कर रोजगार के अवसर व बांटे गए हजारों करोड़ रुपए कर्ज से उद्योगपतियों को मुक्त कराना, श्रमिकों के जीवन स्तर से जुड़े निर्णय नहीं लेना बताया जा रहा है। हड़ताल का स्वास्थ्य, मेडिकल, शिक्षा समेत अन्य जरूरी सुविधाओं पर असर नहीं पड़ेगा। बैंक हड़ताल मंच के वीके शर्मा ने दावा है कि राजधानी भोपाल की 490 समेत प्रदेश भर की 5 हजार बैंक शाखाओं में हड़ताल का गहरा असर रहेगा। बैंकिंग क्षेत्र में केंद्र द्वारा लिए जा रहे गलत निर्णयों के खिलाफ अधिकारी व कर्मचारी बैंक यूनियन हड़ताल में शामिल होंगे। कुछ बैंक खुले रहेंगे, लेकिन कामकाज नहीं होगा। ऐसा हुआ तो लाखों ग्राहकों को परेशानी होगी। वहीं, केंद्रीय समन्वय समिति के महा सचिव यशवंत पुरोहित ने बताया कि सभी इनकम टैक्स कार्यालय बंद रहेंगे। पहली बार राजपत्रित अधिकारी भी काम नहीं करेंगे। कोई जांच पड़ताल नहीं होगी। ट्रेड यूनियन के सहायक महासचिव एटी पद्मनाभन ने कहा कि भोपाल में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका के अलावा गोविंदपुरा औद्योगिक क्षेत्र में संगठित मजदूर, भेल कारखाने के मजदूर भी हड़ताल में शामिल होंगे। केंद्रीय कर्मचारी व असंगठित मजदूरों ने महा हड़ताल की पूर्व संध्या पर शाहजहांनी पार्क से मशाल जुलूस निकाला। इसमें सैंकड़ों की संख्या में बैंक, बीमा, इनकम टैक्स, ट्रेड यूनियन के पदाधिकारी, असंगठित मजदूरों ने हिस्सा लिया। तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ, संविदा अधिकारी कर्मचारी महासंघ संघ ने हड़ताल का समर्थन किया है।