गृहमंत्री अमित शाह ने प्रियंका गांधी की सुरक्षा की चूक में जिम्मेदार तीन सुरक्षाकर्मियों को किया सस्पेंड

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नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र के 12वें दिन यानी मंगलवार को एसपीजी संशोधन बिल पास हो गया, लोकसभा से ये बिल पहले ही पास हो चुका था, इससे पहले एसपीजी बिल पर गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि प्रियंका गांधी की सुरक्षा की चूक में जिम्मेदार तीन सुरक्षाकर्मियों को सस्पेंड किया गया है। सदन में अमित शाह ने कहा कि प्रियंका वाड्रा के घर एक घटना हुई, प्रियंका गांधी के घर जो सुरक्षा है उसमें राहुल गांधी, रॉबर्ट वाड्रा सुरक्षा जांच के बिना अंदर आते हैं। सुरक्षाकर्मियों के पास एक सूचना आई कि राहुल गांधी एक काली सफारी गाड़ी में आने वाले हैं, ठीक उसी समय एक काली सफारी गाड़ी आई और उसमें कांग्रेस कमिटी खरखौदा मेरठ की नेता शारदा त्यागी थीं, चूंकि समय भी वही था, इसलिए वह बिना सिक्योरिटी जांच के अंदर चली गईं। समय वही था और गाड़ी भी काली थी तो सिक्योरिटी एजेंसियों ने उन्हें जाने दिया, यह एक इत्तेफाक था। गृहमंत्री ने कहा कि इसके बावजूद हमने इस मामले की उच्चस्तरीय जांच का आदेश दिया है, इस मामले में तीन सुरक्षाकर्मियों को सस्पेंड किया गया है। इस तरह की चीजों को गोपनीय रखा जाता है, इसकी जानकारी प्रेस को नहीं देनी चाहिए थी, अगर राजनीति करनी है तो प्रेस को दे सकते हैं, वरना एक गोपनीय पत्र मुझे भी लिख सकते हैं। गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि सबसे पहले इस बिल को लेकर जो भ्रांतियां हैं, मैं वो दूर करना चाहता हूं। सदन के जो दो सदस्य ये कह रहे थे कि इस बिल को दो परिवारों को ध्यान में रखकर के लाया गया, वो हकीकत नहीं है, मैं साफ-साफ कहना चाहता हूं कि गांधी परिवार के तीन सदस्यों को ध्यान में रखकर यह बिल नहीं लाया गया, उन्होंने कहा कि जो पुराना कानून था, उस आधार पर गांधी परिवार की सुरक्षा समीक्षा के आधार पर उनकी एसपीजी सुरक्षा हटा ली गई है, इसके लिए उनको दूसरी सुरक्षा दी गई है। अमित शाह ने कहा कि विवेक तनखा ने जो सवाल उठाया, वो ठीक नहीं है, एक्ट के अंदर चार बार परिवर्तन हुए हैं, यह 5वां परिवर्तन है। यह 5वां परिवर्तन किसी परिवार के कारण नहीं हुआ है, उसके पहले ही एसपीजी सिक्योरिटी की जगह सीआरपीएफ, जेड प्लस, एंबुलेंस दिया गया है। यह सुरक्षा किसी भी व्यक्ति के लिए देश में सबसे टॉप की सुरक्षा है, लेकिन मैं ये जरूर कहना चाहूंगा कि इससे पहले 4 बार जो परिवर्तन किए गए थे, लेकिन वो एक परिवार को ध्यान में रखकर किए गए थे। गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि सिर्फ गांधी परिवार की सुरक्षा ही नहीं देश की 130 करोड़ जनता की सुरक्षा की जिम्मेदारी मोदी सरकार की है, लेकिन ये जिद करना कि मुझे एसपीजी चाहिए तो ये जिद मुझे समझ में नहीं आती है, एसपीजी के जो लोग हैं, वे कोई विदेश से नहीं आते हैं, क्यों एक परिवार की सुरक्षा को लेकर मुद्दा उठाया जा रहा है? उन्होंने कहा कि हम लोकतांत्रिक देश में जी रहे हैं, इसलिए कानून सबके लिए बराबर होता है। एक परिवार के लिए कानून नहीं होता है, गांधी परिवार की सुरक्षा हटाई नहीं गई है, बल्कि बदली गई है, जितने पहले एसपीजी के जवान थे, उतने ही जवान उनकी सुरक्षा में लगे हुए हैं, उन्होंने कहा कि जो सुरक्षा देश के रक्षा मंत्री और गृहमंत्री को मिलती है, वही गांधी परिवार को दी गई है। उन्होंने कहा कि कम्युनिस्ट पार्टी को राजनीतिक बदले पर बोलने का कोई हक नहीं है, केरल में बीजेपी-आरएसएस के 120 से ज्यादा कार्यकर्ताओं की हत्या हो जाती है, ये सिर्फ राजनीतिक बदले में होती है। अमित शाह ने आरोप लगाया कि इस पर एक भी जांच नहीं हुई है, कम्युनिस्ट पार्टी अब जो ये सवाल उठा रही है, वो गलत है।