एक्जिट पोल के नतीजे जहां एनडीए के लिए खुशी की लहर लेकर आए वहीं कुछ लोगों ने इस सिरे से खारिज कर गिया। इसी में से एक नाम है माध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ का। बताचीत में कमलनाथ ने कहा कि एक्जिट पोल मनोरंजन के लिए हैं मुझे इनपर कोई विश्वास नहीं। 2004 में क्या हुआ था आॅस्ट्रेलिया में क्या हुआ। ये सिर्फ 2 दिन के मनोरंजन के लिए हैं। नरेंद्र मोदी की सरकार किसी भी सूरत में नहीं बन सकती। 23 तारीख को नतीजे आएंगे तो देखिएगा आंकड़े काफी अलग होंगे। आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव 2019 के एक्जिट पोल के नतीजों से उत्साहित नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने राज्यपाल को पत्र लिखा है जिसमें विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की मांग की गई। बीजेपी का दावा है कि मध्याप्रदेश की कमलनाथ सरकार अल्पमत में हैं और उसे हाऊस के फ्लोर पर बहुमत साबित करना होगा। दरअसल कांग्रेस के पास कुल 114 विधायक हैं और बहुमत के लिए 116 का अंकाड़ा चाहिए, जिसे पूरा करने के लिए कांग्रेस ने दो बसपा विधायकों से समर्थन लिया है। कहा जा रहा है कि बसपा कांग्रेस से नाराज चल रही है। हालांकि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी संकेतों में इशारा किया था कि बीजेपी का ऐसा कोई इरादा नहीं है कि वह कमलनाथ सरकार को गिराए। हालांकि, बीजेपी की चंद सीटें ही कम थीं लेकिन सोच समझकर ही पार्टी ने तय किया कि वह राज्य में सरकार नहीं बनाएगी। उनकी सहयोगी मायावती भी नाराज हैं। ऐसे में अगर यह सरकार अपने बोझ से गिरती है तो उसमें बीजेपी कुछ नहीं कर सकती।