रोम। स्केला सैंक्टा या पवित्र सीढ़ियों को 300 साल बाद श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया है। माना जाता है कि सूली पर चढ़ाए जाने से पहले इन सीढ़ियों पर यीशु आखिरी बार चले थे। एक साल तक पुनर्निर्माण के बाद इन पवित्र सीढ़ियों को लोगों के लिए खोल दिया गया है। ये सीढ़ियां दीदार के लिए 60 दिनों तक ही खुली रहेंगी। इसे इस्टर के दौरान 9 जून को पेंटेकॉस्ट तक खुला रखा जाएगा। वेटिकन के विशेषज्ञों ने भी 16वीं शताब्दी की इन सीढ़ियों को पुनर्निर्माण में काम किया, ताकि उसे पुरानी भव्यता में लाया जा सके। कहते हैं कि यह 28 सीढ़ियां जेरूसलम में स्थित पोनिटियस पिलेट महल का हिस्सा थीं। इन्हें चौथी शताब्दी ईसा पश्चात कॉन्सटेंटाइन की महारानी हेलेना ने रोम में स्थानांतरित कराया था। महारानी हेलेना ने रोमन साम्राज्य में ईसाई धर्म को आधिकारिक धर्म का दर्जा दिया था। स्केला सैंक्टा को घिसने से बचाने के लिए साल 1723 से लकड़ियों से ढंक दिया गया था। अब इन्हें आम लोगों के लिए खोलने के बाद बड़ी संख्या में धर्मावलंबी इन्हें देखने के लिए आ रहे हैं। एक तीर्थयात्री ने कहा कि मैं लकड़ियों से ढंकी इन सीढ़ियों पर पहले भी चढ़ चुका हूं, लेकिन संगमरमर की सीढ़ियों पर चलना बेहद भावुक करने वाला था। साल 1723 में पहले पोप इनोसेंट-13 ने पवित्र सीढ़ियों को ढकने के आदेश दिए थे। दरअसल, तीर्थयात्रियों के हाथों और घुटने से सीढ़ियां घिस रही थीं और कुछ जगहों पर सीढ़ियां 15 सेमी तक धंस गई थीं। उन्हें डर था कि कहीं ये सीढ़ियां टूट न जाएं, लिहाजा उन्होंने इन्हें ढंकने के लिए आदेश दे दिए गए थे। पिछले कई सालों से इस पवित्र जगह का पुनर्निर्माण कार्य चल रहा है।