नई दिल्ली । लोकसभा चुनावा के पहले चरण से पूर्व कला और साहित्य से जुड़े करीब नौ सौ कलाकारों और साहित्यकारों ने बुधवार को खुलकर भाजपा के समर्थन में आ गए हैं। इन कलाकारों ने एक स्वर में कहा है कि देश को एक मजबूत सरकार की जरूरत है न कि मजबूर सरकार की। नेशन फर्स्ट कलेक्टिव के बैनर तले यह बयान जारी किया गया, जिस पर पंडित जसराज, शंकर महादेवन, हंसराज हंस, उस्ताद गुलाम मुस्तफा खान, अनुराधा पौडवाल, मालिनी अवस्थी, पंडित विश्व मोहन भट्ट, कोइना मित्रा, सुदेश बेरी, पंकज धीर सहित अन्य कलाकारों ने हस्ताक्षर किए। गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले करीब छह सौ कलाकारों ने वोट देकर भाजपा को सत्ता से बाहर करने की अपील की थी। उन्होंने कहा कि हम रचनात्मक कलाकार और साहित्य क्षेत्र से जुड़े लोग सभी नागरिकों से बिना किसी दबाव और पक्षपात के नई सरकार चुनने के अधिकार का प्रयोग करने की अपील करते हैं। उन्होंने कहा कि बीते पांच वर्षों के दौरान भारत ने एक ऐसी सरकार देखी है, जिसने भ्रष्टाचार मुक्त सुशासन और विकासोन्मुख प्रशासन दिया है। उन्होंने कहा कि इस दौरान भारत ने वैश्विक रूप से अधिक सम्मान हासिल किया है। यह हमारी दृढ़ धारणा है कि पीएम मोदी के नेतृत्व में सरकार का बने रहना इस वक्त की जरूरत है। समूह ने कहा कि जब देश के सामने आतंकवाद जैसी चुनौती है तो हमें एक मजबूत सरकार की जरूरत है न कि मजबूर सरकार की। इन कलाकारों ने कहा कि इसलिए हमें मौजूदा सरकार की फिर से जरूरत है। गौरतलब है कि हाल ही में फिल्मी अभिनेता नसीरुद्दीन शाह समेत थियेटर और कला से जुड़ी 600 से ज्यादा हस्तियों ने भी भाजपा को वोट ना देने की अपील की थी। सभी ने एक पत्र में कहा कि वोट डालकर बीजेपी और उसके सहयोगियों को सत्ता से बाहर करें। अपील करने वालों में अमोल पालेकर, नसीरूद्दीन शाह, गिरीश कर्नाड, कोंकणा सेन शर्मा, रत्ना पाठक शाह, लिलेट दुबे, मीता वशिष्ठ, मकरंद देशपांडे और अनुराग कश्यप जैसी चर्चित हस्तियां भी शामिल थे।