जिस कर्मचारियों के मुद्दे पर दिग्विजय सिंह को कभी सरकार से हाथ धोना पड़ा था, आज उसकी मुद्दे की याद दिग्विजय सिंह को कर्मचारियों के मंच पर आ गई। भोपाल लोकसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी दिग्विजय सिंह ने मंच से सबसे पहले कर्मचारियों से माफी मांगी और कहा कि वो कर्मचारी के वोट के बिना जीत नहीं पाएंगे। दरअसल, भोपाल सीट से टिकट मिलने के बाद दिग्विजय सिंह पहली बार कर्मचारी संगठनों के बीच में प्रचार-प्रसार के लिए गए थे। टीटी नगर में आयोजित संयुक्त कर्मचारी संघ के होली मिलन कार्यक्रम में दिग्विजय सिंह ने कहा कि मुझे बदनाम किया जाता है कि मैं कर्मचारी विरोधी हूं। मुझसे कहीं भूल चूक हो गई तो 15 साल के बाद भी आज होली का त्यौहार है, मुझे माफ कर दो, मैं आपके वोटों के बिना जीत नहीं पाऊंगा। दिग्विजय ने कहा कि यदि मैं जीतता हूं, तो कर्मचारियों की दिक्कत परेशानियों को दूर करूंगा। उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह जो बोलता है वह करता है। मैं वादा करता हूं कि मैं आपका सांसद बना तो केंद्र सरकार, राज्य सरकार पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग में जहां जरूरत पड़ेगी वहां कंधे से कंधा मिलाकर लड़ाई लडूंगा। दिग्विजय सिंह ने कहा कि मैं जुमलेबाजी नहीं करता, आपके समर्थन की आशा है, आप निराश नहीं करेंगे। इस दौरान दिग्विजय सिंह ने मंत्री पीसी शर्मा की तारीफ भी की। उन्होंने कहा कि पीसी शर्मा का डीएनए की जांच करायेंगे, क्योंकि ये अनथक मशीन है। अद्भुत व्यक्ति हैं, कब खाते, कब पीते है, खबर सोते हैं, कब आराम करते हैं। उन्होंने कहा कि हम इतना काम करें, तो छपकी लेने लगे। पिता के साथ बेटे जयवर्धन सिंह और पीसी शर्मा ने भी कर्मचारियों से वोट मांगा। दिग्विजय सिंह ने कर्मचारियों से मुलाकात के बाद गुफा मंदिर में पूजा अर्चना भी की। दिग्विजय सिंह ने कहा कि मैं पहली बार मन्दिर नहीं जा रहा हूं मेरे मन्दिर जाने से चुनाव का कोई लेना देना नहीं। सॉफ्ट हिंदुत्व का चेहरा दिखाने के बीजेपी के आरोप पर उन्होंने कहा कि मुझे किसी का प्रमाणपत्र नहीं चाहिए। बता दें कि भोपाल संसदीय क्षेत्र में आने वाली आठ विधानसभा सीटों में पांच पर बीजेपी और तीन पर कांग्रेस का कब्जा है। ये बीजेपी की परंपरागत सीट है। ऐसे में दिग्विजय सिंह के सामने चुनौतियां कम नहीं है। यही वजह है कि दिग्विजय सिंह ने प्रचार-प्रसार में एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया है।