भविष्य निधि जमा पर ब्याज दर में 0.10 प्रतिशत बढ़ोतरी करने का एलान किया

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नई दिल्ली । कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने 2018-19 के लिए भविष्य निधि जमा पर ब्याज दर में 0.10 प्रतिशत बढ़ोतरी करने का एलान किया है। केन्द्रीय न्यास बोर्ड सीबीटी की गुरुवार को हुई बैठक में इस आशय का फैसला किया गया। इस फैसले के परिणाम स्वरूप भविष्य निधि जमा पर 2018-19 में ब्याज पहले के 8.55 प्रतिशत से बढ़कर 8.65 प्रतिशत मिलेगा। इससे पहले उच्च पदस्थ सूत्रों ने संकेत दिया था कि लोकसभा चुनाव के मद्देनजर ईपीएफ जमा पर ब्याज दर को इस वित्त वर्ष के लिए 8.55 फीसदी से बढ़ाया जा सकता है। रिपोर्ट्स के अनुसार ईपीएफओ के इस प्रस्ताव को वित्त विभाग की मंजूरी लेना बाकी है। बताया जा रहा है कि वित्त विभाग आधिकारिक रूप से जल्दी ही इस पर मंजूरी दे देगा। साल वित्त वर्ष 2018 में ईपीएफ पर ब्याज दर 8.55 फीसदी थी, जो कि अब बढ़ाकर 8.65 फीसदी कर दी गई है। हालांकि इससे पहले वित्त वर्ष 2017 में ईपीएफ पर ब्याज दर 2018 के मुकाबले ज्यादा थी। 2017 में ईपीएफ पर ब्याज दर 8.65 प्रतिशत, 2016 में 8.8 प्रतिशत और 2014-15 में 8.75 प्रतिशत थी। प्रोविडेंट फंड यानी की पीएफ किसी भी संस्थान में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण बचत अकाउंट है। इस फंड का इस्तेमाल कर्मचारी जरूरत के समय पर करते हैं। प्रोविडेंट फंड देखने के लिए आपके पास यूऐएन नंबर होना जरूरी है। यूनिवर्सल अकाउंट नंबर किसी भी संस्था में काम करने वाले कर्मचारियों के प्रोविडेंट फंड ईपीएफ या पीएफ के जमा और निकासी के लिए इस्तेमाल होने वाला अकाउंट नंबर है। इस अकाउंट का इस्तेमाल कर्मचारी अपने इनकम टैक्स बेनिफिट्स के लिए करते हैं। कर्मचारी को मिलने वाले मासिक वेतन में से कुछ राशि प्रोविडेंट फंड के तौर पर जमा किया जाता है। इस राशि के बारे में पता लगाने के लिए कर्मचारी के पास ईपीएफ अकाउंट नंबर होना जरूरी है।